AJMER के चिश्ती ने मोदी सरकार को WAQF की ‘EIDI’

AJMER में स्थित प्रमुख इस्लामिक केंद्र से मोदी सरकार को समर्थन की 'ईदी' मिली है। अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद के अध्यक्ष नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा है कि वक्फ बोर्ड को लेकर गुमराह किया जा रहा है।

AJMER: उज्जवल प्रदेश, अजमेर. ईद के मौके पर जहां ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड की अपील की वजह से देश में लाखों मुसलमान बाजू पर काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ने निकले तो मोदी सरकार को प्रमुख इस्लामिक केंद्र अजमेर शरीफ से समर्थन की ‘ईदी’ (Eidi) मिली है।

अखिल भारतीय सूफी सज्जादानशीन परिषद के अध्यक्ष नसरुद्दीन चिश्ती (Chishti) ने कहा है कि वक्फ (WAQF ) बोर्ड को लेकर गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने वक्फ बोर्ड में संशोधन के फायदे गिनाए हैं। अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने ईद की नमाज के बाद पत्रकारों से बातचीत में मोदी सरकार (Modi Government) के कदम को सही बताया और कहा कि काफी सोच-विचार कर ऐसा किया है।

चिश्ती ने कहा, ‘विरोध करना, सहमति-असहमति, लोकतंत्र का हिस्सा है। अगर कोई संवौधानिक तरीके से विरोध करता है तो करे इसमें दिक्कत नहीं। लेकिन जहां तक वक्फ का सवाल है, मेरा मानना है कि वक्फ में संशोधन की जरूरत है।’ देशभर में करोड़ों मुसलमानों के आस्था के प्रमुख केंद्र अजमेर शरीफ दरगाह के चिश्ती ने कहा कि यह कहना गलत है कि इससे मस्जिद, खानकाह और कब्रिस्तान छिन जाएंगे।

हो सकता है कि किसी सेक्शन से उन्हें आपत्ति हो। यह लोकतंत्र का हिस्सा है। सरकार को कोई जल्दबाजी नहीं है। सरकार बहुत तसल्ली से बिल लाई थी। इसे जेसीपी में भेजा गया। जेसीपी ने सबको सुना है। उसके बाद अब बिल पेश करेंगे। वक्फ संशोधन के फायदे गिनाते हुए चिश्ती ने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि संशोधन के बाद वक्फ में पारदर्शिता आएगी।

वक्फ की प्रॉपर्टी की रक्षा होगी। जो पहले से कब्जे हैं वो हटेंगे। किराया बढ़ेगा जो कौम के काम आएगा। इसके अंदर गुमराह कर रहे हैं कि यह शरियत में हस्तक्षेप है। नहीं, वक्फ का मामला अलग है वह शरियत का मामला है। लेकिन वक्फ को मैनेज करने के लिए 1954 में एक ऐक्ट लाया गया था। उसमें सिस्टम बनाया गया था। सीईओ होता है, चेयरमैन होता है, सदस्य होते हैं। उसकी कार्यप्रणाली को बदला जा रहा है और उसे प्रभावी बनाया जा रहा है।’

सौगात ए मोदी की तारीफ

नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि यह खुशनसीबी है कि हम हिन्दुस्तान जैसे गंगा जमुनी तहजीब वाले मुल्क में रह रहे हैं, यहां पैदा हुए। हम इस मुल्क के नागरिक हैं। यहीं देखने को मिलेगी कि कल चेती चंद का पर्व मनाया गया। नवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है और आज ईद उल फितर का। पूरे मुल्क में लोग एक दूसरे को पर्व की मुबारकबाद दे रहे हैं।

यही हमारे मुल्क की ताकत है। सौगात ए मोदी पहल की तारीफ करते हुए चिश्ती ने कहा कि पीएम मोदी ने 22 लाख मुसलमानों को प्रधानमंत्री के रूप में सौगात दी है। उन्हें दुआएं मिलेंगी।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और… More »
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