अंसारी के ‘MUKHTAR’ जेलर वीरेंद्र कुमार का 4 दिन में 4 जेलों में TRANSFER

'MUKHTAR' अंसारी की मौत को तकरीबन एक साल हो चुके हैं लेकिन उसका ‘साया’ अब भी बहुतों का पीछा नहीं छोड़ रहा। हालिया मामला केंद्रीय कारागार के पूर्व जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा का है। बांदा जेल में तैनाती के दौरान मुख्तार अंसारी का खास ख्याल रखने के आरोपों से घिरे वीरेंद्र कुमार की चार दिनों में चार जेलें बदल गईं। फिलहाल वह एटा जिला जेल में तैनात हैं।

MUKHTAR: उज्जवल प्रदेश, वाराणसी. मुख्तार अंसारी (MUKHTAR Ansari) की मौत को तकरीबन एक साल हो चुके हैं लेकिन उसका ‘साया’ अब भी बहुतों का पीछा नहीं छोड़ रहा। हालिया मामला केंद्रीय कारागार के पूर्व जेलर (Jailor) वीरेंद्र कुमार वर्मा (Virendra Kumar) का है। बांदा जेल में तैनाती के दौरान मुख्तार अंसारी का खास ख्याल रखने के आरोपों से घिरे वीरेंद्र कुमार की चार दिनों (4 days) में (In) चार जेलें (4 jails) बदल गईं। फिलहाल वह एटा जिला जेल में तैनात हैं।

बांदा जेल में जब मुख्तार अंसारी निरुद्ध था, तब वीरेंद्र कुमार वर्मा वहां के जेलर थे। 1 अप्रैल 2023 को बांदा जेल में आपत्तिजनक सामग्रियां मिली थीं। आरोप लगा कि मुख्तार अंसारी को सुविधाएं भी पहुंचाई जा रही हैं। जांच के बाद 14 जुलाई 2024 को जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा निलंबित कर दिए गए थे। जब बहाली हुई, तब उन्हें नवंबर 2024 में केंद्रीय कारागार वाराणसी ट्रांसफर (TRANSFERRED) कर भेजा गया था। तबतक पुराना प्रकरण दब चुका था।

इस बीच गाजीपुर जिला जेल में मोबाइल बूथ चलाने के मामले में वहां के जेलर और डिप्टी जेलर के निलंबन के बाद वाराणसी केंद्रीय कारागार से वीरेंद्र कुमार वर्मा को गाजीपुर जिला जेल भेजा गया। 16 मार्च को जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा को गाजीपुर जेल में तैनाती का आदेश मिला। 17 मार्च को वह गाजीपुर पहुंचे और कार्यभार ग्रहण किया। चूंकि गाजीपुर मुख्तार अंसारी का गृह जनपद रहा है। यहां तैनाती के बाद फिर से मुख्तार से जुड़ाव की चर्चा शुरू हो गई।

इसके बाद शासनस्तर से न केवल गाजीपुर जेल से तत्काल तैनाती रद्द की गई। 19 मार्च को जेलर को वापस केंद्रीय कारागार वाराणसी भेजा गया। यही नहीं उन्हें वाराणसी से भी हटा दिया। यह आदेश भी आया कि 6 घंटे में एटा जिला जेल पहुंचकर तत्काल ज्वाइन करें। अब वह एटा में तैनात हैं। जेल महकमे के उच्चाधिकारियों का कहना था कि मुख्तार का ‘साया’ उनका पीछा नहीं छोड़ रहा।

दूसरे खेमे के दखल का असर!

जेल सूत्रों के अनुसार पूर्वांचल में राजनीति और बाहुबल के लिए चर्चित मुख्तार के विरोधी खेमे के इशारे पर ही वीरेंद्र कुमार वर्मा को पश्चिम रवाना किया गया। जेलर को पूर्वांचल के किसी भी जेल में नहीं रखने के लिए कहा गया। इसके बाद जेलर को एटा जिला जेल में तैनाती दे दी गई। जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा 2005-06 में भी वाराणसी में तैनात रह चुके हैं।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और… More »

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