Astrology Tips: इस दिन नहीं तोड़ना चाहिए बेलपत्र, भगवान शिव को अर्पित करें सिर्फ एक लोटा जल
Astrology Tips: अगर आप भगवान महादेव की पूजा करते हैं और उन्हें बेलपत्र चढ़ाते हैं तो इस बात का ध्यान दें कि सोमवार के दिन भूलकर भी बेल के पेड़ से बेलपत्र न तोड़ें वरना आपको वह फल नहीं मिलेगा, जिसका कि आप हकदार हैं।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर आप भगवान महादेव की पूजा करते हैं और उन्हें बेलपत्र चढ़ाते हैं तो इस बात का ध्यान दें कि सोमवार के दिन भूलकर भी बेल के पेड़ से बेलपत्र न तोड़ें वरना आपको वह फल नहीं मिलेगा, जिसका कि आप हकदार हैं।
ज्योतिष की मानें तो बेलपत्र का भगवान महादेव को अत्यंत प्रिय है। एक भोलेनाथ ही हैं जो दो बेलपत्र और एक लोटा जल में भी प्रसन्न हो जाते हैं। मान्यता है कि बेल के पेड़ में भगवान महादेव, माता पार्वती और मां लक्ष्मी के अलावा कई देवी-देवताओं का वास रहता है। तो आइए जानते हैं बेल पत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में।
शिवजी को कटा-फटा बेलपत्र भी नहीं चढ़ाना चाहिए
इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय ध्यान रखें कि पत्ते का चिकना भाग शिवलिंग पर रहे। इसके साथ ही शिवजी को कटा-फटा बेलपत्र भी नहीं चढ़ाना चाहिए। जिस बेलपत्र पर धारियां हो उसे भी शिवलिंग पर नहीं अर्पित किया जाता है। शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से महादेव प्रसन्न होते हैं। शिवलिंग पर 3 से लेकर 11 बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है ।
ओम नम: शिवाय का मंत्र जाप करें
पूजा के दौरान बेलपत्र अर्पित करने से पहले उसे पानी से धोकर अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए। फिर शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद बेलपत्र के चिकने हिस्से को शिवलिंग से स्पर्श कराना चाहिए। बेलपत्र को चिकने हिस्से की ओर से शिवलिंग पर अर्पित करें। बेलपत्र अर्पित करते समय आपको बेलपत्र अर्पण मंत्र पढ़ना चाहिए। यदि वह याद नहीं है तो आप ओम नम: शिवाय का मंत्र उच्चारण भी कर करें।
बेलपत्र ताजा होना चाहिए, वह मुरझाया न हो
ज्योतिष की मानें तो बेलपत्र में तीन पत्तियां होती हैं। यदि आप भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करते हैं तो उसमें 3 पत्तियां होनी जरूरी हैं वरना वह अधूरा माना जाएगा। बेलपत्र का चयन करते समय हमें इस बात का ध्यान रखना है कि उसकी पत्तियां कटी-फटी न हों और उस पर किसी प्रकार के दाग-धब्बे न हों। बेलपत्र ताजा होना चाहिए, वह मुरझाया न हो।
बेलपत्र जूठा नहीं होता
यदि आप शिव मंदिर गए हैं और आपके पास बेलपत्र नहीं है तो परेशान न हों। शिवलिंग पर पहले से अर्पित बेलपत्र को उठाकर पानी से साफ कर लें। फिर उसे शिवजी को अर्पित कर दें। एक बार अर्पित किए गए बेलपत्र को दोबारा भी उपयोग में ला सकते हैं। वह जूठा नहीं माना जाता है।
बेलपत्र 5, 11, 21 की संख्या में चढ़ा सकते
पूजा अर्चना के समय आप शिवलिंग पर बेलपत्र 5, 11, 21 की संख्या में चढ़ा सकते हैं। वहीं बेलपत्र पर राम नाम अंकित करके शिवजी को अर्पित करेंगे तो भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होंगे।