Astrology Tips: इस माला को मात्र धारण करने से मिल जाती कई विपदाओं से मुक्ति
Astrology Tips: शिव भक्त अगर 108 गुरियों की माला पहने तो आने वाली मुसीबतों को भगवान शंकर मिटा देते हैं। वहीं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि माला के सभी रुद्राक्ष कट और फटे न हों। वरना लाभ की जगह आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. शिव भक्त अगर 108 गुरियों की माला पहने तो आने वाली मुसीबतों का भगवान शंकर मिटा देते हैं। वहीं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि माला के सभी रुद्राक्ष कट और फटे न हों। वरना लाभ की जगह आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ज्योतिष के अुनसार रुद्राक्ष को शिव जी का प्रतीक माना गया है। कहते हैं कि जो लोग रुद्राक्ष धारण करते हैं, उन्हें शिव जी की विशेष कृपा मिलती है और वे बुरे समय से, नकारात्मक विचारों से बचे रहते हैं। इस बात का ध्यान रखें कभी भी टूटे हुए या खराब रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।
भगवान शंकर के आंसू हैं रुद्राक्ष
ज्योतिष की मानें तो रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के आंसुओं से हुई है। माना जाता है कि एक बार शिव जी ध्यान तल्लीन थे ध्यान मुद्रा में ही शिव जी के आंखों से आंसु गिरे और ये वहां पर रुद्राक्ष के वृक्ष उग आए। बता दें कि इस कथा की वजह से रुद्राक्ष को शिव जी का प्रतीक माना गया है।
अलग-अलग रुद्राक्ष पहनने की सलाह
कहते हें कि रुद्राक्ष कई तरह के होते हैं। उसमें रुद्राक्ष एक मुखी से 14 मुखी तक के होते हैं। वहीं हर अपना अलग महतव होता है। अलग-अलग इच्छाओं के लिए अलग-अलग रुद्राक्ष पहनने की सलाह पंडितों द्वारा दी जाती है। रुद्राक्ष के आकार के हिसाब से देखेंगे तो यह 3 प्रकार के होते हैं। पहला आंवले के आकार का होता है आंवले के आकार जैसा। तो वहीं दूसरा प्रकार है बेर के जैसे होता है। उधर, तीसरा चने के दाने बराबर आकार वाला रुद्राक्ष होता है।
रुद्राक्ष धारण करें तो करें इन नियमों का पालन
अगर जातक रुद्राक्ष धारण किा है तो इस बात का जरूर ध्यान रखे कि वह मांसाहार न करे। घर और परिवार में गंदगी न रखें। साफ-सफाई का वह विशेष ध्यान रखें। कभी भी भगवान का या भगवान के प्रसाद का अनादर न करे वरना नुकसान का सामना करना पड़ेगा। घर-परिवार में और समाज में सभी बड़े लोगों सम्मान करें। माता-पिता की सेवा करें। अगर रुद्राक्ष पहनते हैं और इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो रुद्राक्ष से शुभ फल नहीं मिलेगा।
गोल रुद्राक्ष ही करें धारण, विशेष फल मिलेगा
ज्योतिष के अनुसार रुद्राक्षों को कीड़े खराब कर देते हैं, कुछ टूट जाते हैं तो वहीं कुछ रुद्राक्ष खंडित हो जाते हैं, कभी-कभी रुद्राक्ष में गलत छेद भी हो जाते हैं, ऐसे रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए। हम ऐसा रुद्राक्ष धारण करें कि जिसमें अच्छी तरह से वह दिखाई दे।
जिस रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से बना डोरा पिरोने के लिए छेद हो, वह सबसे अच्छा रहता है, ऐसे रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए।रुद्राक्ष पहनने से पहले शिवलिंग के साथ ही रुद्राक्ष का भी अभिषेक और पूजन करना चाहिए।
नोट: हम इन सभी बतों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।