Astrology Tips: उल्लू है चमात्कारिक, भूत-प्रेतों की बाधा व धन की परेशानियों को करता है दूर

Astrology Tips: उल्लू एक ऐसा पक्षी है जिसे हम भूतप्रेतों से जोड़कर देखते हैं, तो वहीं उल्लू को माता लक्षमी का रूप भी माना गया है।

Astrology Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. उल्लू एक ऐसा पक्षी है जिसे हम भूतप्रेतों से जोड़कर देखते हैं, तो वहीं उल्लू को माता लक्षमी का रूप भी माना गया है। वैसे तो भूत-प्रेत इंसानों की दुनिया से कोसों दूर ही निवास करते है, लेकिन कई बार ये किसी खास कारणों से अपनी दहलीज को लांघ कर इंसान की दुनिया में आ ही जाते हैं। ऐसा कर वे आदमियों के लिए कई परेशानियां खड़ी कर देते है। बता दें कि यदि आपके जीवन में भी इसी तरह की नकारात्मक ताकतों का अहसास होता है, तो आपको कुछ करना होगा।

1000 बार करें इस मंत्र का जाप

रात के समय उल्लू विचरण करता है और दिन में वह गायब रहता है। इस तरह आपको इस पक्षी का पंख मिल जाए तो भूत-प्रेत की नकारात्मक ताकतें दूर होने लगेंगी। वहीं आपको उल्लू के पंख को अपने सामने रखकर 1000 बार नीचे दिए मंत्र का जप करें और हर मंत्र पूरा होते ही पंख पर फूंक मारें। ऐसा करने से यह पंख अभिमंत्रित हो जाता है।

ये है वो मंत्र

  • ऊं मनः रुद्राय, नमः कालिकाय
  • नमः चंचलाय, नमः कामाक्ष्यै
  • नमः पक्षिराजाय, नमः लक्ष्मी वाहनाय
  • भूत प्रेतादीनां निवारणं
  • कुरु कुरु ठं ठं ठं स्वाहा।

इसके बाद आखिर में जब मंत्र जाप पूरा हो जाए तो उस पंख को एक लकड़ी की पेटी के भीतर रेशमी कपड़े में लपेटकर रख दें। इसके बाद आपको कभी भी ऐसा लगे कि, घर-परिवार में किसी आदमी पर नकारात्मक शक्तियां हावी होने लगी है, तो उस आदमी पर पंख से 108 बार झाड़ा देवें। इसके साथ ही मंत्र का जाप भी करें। इसके बाद उस आदमी की भुजा या गले में पंख को कवच में बंद कर बांध दें।

उल्लू को लेकर कई तरह की मान्यताएं

लोगों में उल्लू को लेकर कई तरह की धारणायें हैं। कहते हैं कि उल्लू को लक्ष्मी का वाहक माना जाता है, लेकिन फिर भी इसे कहीं शुभ तो कहीं अशुभ भी मानते हैं। अक्सर उल्लू को लेकर कई तरह की मान्यताएं हमारे समाज और धर्म में प्रचलित हैं।

कहते हैं कि…

  • उल्लू का पंख लाना इतना आम या आसान नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि आपकी नजर उल्लू से मिल जाती है, जो आप समझ लीजिए कि आपको जरूरत से ज्यादा दौलत मिलने वाली है।
  • ज्योतिष के अनुसार रोग को लेकर भी उल्लू की यह मान्यता प्रचिलत है कि अगर उल्लू किसी मरीज को छूते हुए निकल जाए या उसके उपर से उड़ता हुआ चला जाए तो गंभीर से गंभीर रोग भी ठीक हो सकता है।
  • कहते हैं उल्लू का दाहिनी तरफ देखना या बोलना बहुत हमेशा अशुभ होता है, इसलिए जब भी उल्लू की आवाज सुनाई देती है तो इसे अपशगुन मानते हैं, लेकिन उल्लू का बांई ओर देखना शुभ रहता है।

उल्लू को समृद्धि और धन का प्रतीक माना जाता है

हिन्दू मान्यता के अनुसार उल्लू को समृद्धि और धन का प्रतीक मानते हैं। वैसे लोग उल्लू से इसलिए डरते हैं की वो डरावना दिखता और इशारे भी करता है। कुछ लोग हद तब कर देते हैं जब वो अपने ही करीबी को उल्लू की तरह दिखने के कारण उन्हें पागल कहकर संबोधित करते हैं। उल्लू वशीकरण तंत्र सिद्धि तांत्रिक प्रयोग हिन्दू धर्म में दूसरा पवित्र पक्षी उल्लू को माना जाता है लेकिन कुछ लोग अपनी गलत धरना के चलते उल्लू से डरते हैं किन्तु यह गलत है, क्योंकि माता लक्ष्मी का वाहन है ।

उल्लू तंत्र सिद्धि तांत्रिक प्रयोग

हिन्दु मान्यता के अनुसार कहते हैं कि उल्लू के हाव-भाव, बोली और उड़ान भरने की स्थिति से भूत, भविष्य और वर्तमान की घटनाओं का स्पष्टता मालूम होती है।

ज्योतिष की मानें तो उल्लू माता लक्ष्मी का वाहन है जो शुक्र गृह की अधिष्टात्री है, तो वहीं उल्लू राहु के घर का प्रतिनिधित्वि करता है इसके साथ ही कुंडली में इसका सुनिश्चित घर छठा स्थान का है। हालांकि इसका तीसरे, छठे और आठवें घर में होना शुभ माना गया है। इसलिये उल्लू की महत्वता मनुष्य के जीवन में बनी रहती है, जिसे भविष्य सूचक के नज़रिए से देखा जाता है।

Deepak Vishwakarma

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