Astrology Tips: मूंगा धारण करें तो आपका हर काम होगा मंगल

Astrology Tips: रत्नों को पहनना शुभ है, लेकिन कौन सा रत्न कब धारण करना यह आपकी कुण्डली पर निर्धारित करता है। हर रत्न के अपने अपने फायेद हैं। उसमें एक मूंगा है, जो आपकी किस्मत बदल सकता है।

Astrology Tips: रत्नों को पहनना शुभ है, लेकिन कौन सा रत्न कब धारण करना यह आपकी कुण्डली पर निर्धारित करता है। हर रत्न के अपने अपने फायेद हैं। उसमें एक मूंगा है, जो आपकी किस्मत बदल सकता है।

मंगल की स्थिति ठीक होने लगती है

हम ग्रहों की बात करें तो राशि के अनुसार ही रत्न पहनना चाहिए। इनके पहनने से काफी तरक्की द्वार खुलने लगते हैं। ज्योतिष की मानें तो मंगल ग्रह का रत्न मूंगा है। कहते हैं यदि किसी की व्यक्ति की कुंडली में मंगल की स्थिति ठीक है तो उसके साथ सब मंगल ही मंगल होगा। अगर मंगल की स्थिति कमजोर है तो आदमी अपने जीवन में बहुत संघर्ष करना होता है।

मूंगा सही विधि से धारण करें

जातक को मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। यदि किसी आदमी की कुंडली में मंगल संबंधित कोई परेशानी हो तो उसे किसी ज्योतिष से सलाह लेकर उसे धारण करना करें। कहते हैं मूंगा पहनने से व्यक्ति को जीवन में कई सफलताएं मिलती हैं। साथ मूंगा व्यक्ति को मानसिक अवसाद से मुक्ति दिलाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति सही वजन वाला मूंगा सही विधि से धारण करता है तो ये रत्न उसे धनवान तक बना देता है।

यह होता है लाभ

मूंगा धारण करने से जातक को अंदर से साहस आता है इसके साथ ही आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। मेडिकल क्षेत्र से जुड़े छात्रों को मूंगा पहनने से काफी लाभ होता है।

मूंगा का करें पहचान

नकली मूंगा पर पानी की बूंदे ठहरती नहीं है। मूंगा पहनने से करने के 21 दिनों बाद अपना असर दिखाना शुरू करता है। मूंगा रत्न बाकी रत्नों की तुलना में काफी चिकना होता है। इसलिए ये हाथों में लेने पर फिसलता रहता है। इसके अलावा असली मूंगा पर पानी की बूंदे ठहर जाती हैं ।

ऐसे पहनें मूंगा

इस बात का विशेष ध्यान दें कि मूंगा रत्न को सोना चांदी या तांबे की अंगूठी में ही बनाकर पहनें । मूंगा की अंगूठी धारण करने से पहले कच्चे दूध और गंगाजल से अच्छी तरह धो लें। इसके बाद आने वाले मंगलवार के दिन सुबह से लेकर दोपहर तक किसी भी समय दाएं हाथ की अनामिका उंगली में धारण करें। वहीं, स्त्रियां अगर बाएं हाथ की अनामिका उंगली में मूंगा पहनें, शुभ समाचार मिलेंगे।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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