महीनों से बंद पड़ा बरगवां का चीरघर, शवों के पोस्टमार्टम के लिए लोगों को करना पड़ रहा बैढन का रुख

महीनों से बंद पड़ा बरगवां का चीरघर, शवों के पोस्टमार्टम के लिए लोगों को करना पड़ रहा बैढन का रुख

सिंगरौली
बरगवां का चीरघर बरसात से ही बंद पड़ा है, ऐसे में पोस्टमार्टम कराने के लिए गरीब लोगों समेत आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि दूर दराज गांवों से आए लोगों को भी पीएम के लिए जिला मुख्यालय का रुख करना पड़ रहा है। बताया जाता है की बरैनिया स्थित चीरघर रखरखाव के अभाव में जर्जर स्थिति में हो गया था, वहीं सड़क निर्माण के बाद यह सड़क के काफी नीचे पड़ गया, जिससे बरसात के समय में जल जमाव की भी समस्या रहने लगी। ऐसी स्थिति में चिकित्सक द्वारा दूसरे चीरघर के निर्माण के लिए भी सीएमओ को पत्र लिखने की बात सामने आई।

परंतु अभी तक ना ही इसके लिए कोई जमीन आवंटित हुई और न ही इस विषय में जिम्मेदारों द्वारा कोई पहल की जाने की सूचना है। गौरतलब है कि करीब एक सैकड़ा से ऊपर बरगवां थाना क्षेत्र के लोगों को पोस्टमार्टम कराने के लिए बैढ़न जाने को मजबूर होना पड़ता है। एक तो आकस्मिक मृत्यु में अपनों को खोने का गम दूसरा उनके पोस्टमार्टम के लिए किसी तरह व्यवस्था करके दूर दराज ले जाने से गरीब तबके के लोगों के लिए खासी परेशानी का सबब है।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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