Bhopal में ट्रैफिक सुधार की पहल, स्कूलों के पास ई-रिक्शा की एंट्री पर सख्त रोक
Bhopal: भोपाल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के बाहर ई-रिक्शा की आवाजाही पर सख्त रोक लगा दी है। दुर्घटनाओं और अनियंत्रित संचालन के चलते यह फैसला लिया गया।

Bhopal: उज्जवल प्रदेश. भोपाल प्रशासन ने शहर के स्कूलों के बाहर ई-रिक्शा की आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। ई-रिक्शा (Bhopal) के अनियंत्रित संचालन और बार-बार होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने यह सख्त कदम उठाया है।
प्रशासन ने लिया एक्शन, स्कूलों की सुरक्षा बनी प्राथमिकता
शुक्रवार को सांसद आलोक शर्मा की अध्यक्षता में कंट्रोल रूम में हुई बैठक (Bhopal) में यह निर्णय लिया गया। बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बच्चों को असुरक्षित ढोने और ट्रैफिक जाम बढ़ाने वाले ई-रिक्शा पर रोक लगाने को सर्वसम्मति से मंजूरी दी गई। प्रशासन ने साफ किया कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और ई-रिक्शा इस कसौटी पर खरे नहीं उतरते।
ट्रैफिक सुधार के लिए 3 करोड़ का प्रस्तावित बजट
बैठक में सिर्फ ई-रिक्शा (Bhopal) ही नहीं, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई अहम निर्णय लिए गए। प्रशासन ने लगभग 3 करोड़ रुपये का बजट ट्रैफिक सुधार के लिए प्रस्तावित किया है। इसमें लेफ्ट-टर्न सुधार, ट्रांसफार्मर और बिजली खंभों को हटाने, बेहतर पार्किंग व्यवस्था जैसी योजनाएं शामिल हैं। पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए गए हैं कि एक सप्ताह में ट्रैफिक एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर लेफ्ट टर्न सुधार की कार्ययोजना पेश करें।
ई-रिक्शा से बच्चों की सुरक्षा पर खतरा
प्रशासन के अनुसार, कई बार ई-रिक्शा (Bhopal) पलटने की घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें स्कूली बच्चे घायल हुए हैं। अधिकतर ई-रिक्शा चालक बिना प्रशिक्षण के होते हैं और ओवरलोडिंग आम बात है। बच्चों को इन वाहनों से स्कूल भेजना एक बड़ा जोखिम बन चुका है। कलेक्टर ने इसे लेकर चिंता जताई और कहा कि अब इसपर सख्ती से रोक लगाई जाएगी।
जाम की जड़ बन चुके ई-रिक्शा
शहर (Bhopal) के अलग-अलग हिस्सों में बेतरतीब तरीके से चल रहे ई-रिक्शा ट्रैफिक जाम का बड़ा कारण बन चुके हैं। खासकर स्कूलों के समय पर ये वाहन यातायात व्यवस्था को बाधित करते हैं। प्रशासन की मानें तो ये निर्णय भोपाल को स्मार्ट और सुरक्षित ट्रैफिक सिस्टम की दिशा में पहला ठोस कदम है।