Bhopal News: अब चंद घंटों में होगा भोपाल-सागर का सफर
Bhopal News: भोपाल-सागर हाईवे निर्माण को छह खंडों में विभाजित किया गया है। विदिशा व सागर जिलों में जल्द शुरू होगा कार्य, जिससे यात्रा होगी तेज और आसान।

Bhopal News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल/सागर. प्रदेश की राजधानी भोपाल से सागर का सफर जल्द ही आसान और आरामदायक होने वाला है। बता दें कि भोपाल और सागर के बीच हाईवे निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। कुल 6 टुकड़ों में बन रहे इस हाईवे का मोरीकोड़ी से विदिशा तक बन रहे खंड का काम लगभग 85 फीसदी पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि इस पर से नए साल के पहले महीने से आवागमन भी शुरू हो जाएगा। बाकी बचे तीन खंडों में भी जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। एनएचएआइ व तीन नई ठेका कंपनियों के बीच निर्माण कार्य को लेकर अनुबंध कर लिया गया है।
भोपाल-सागर हाईवे बन रहा 6 टुकड़ों में
भोपाल और सागर के बीच तेज़, सुरक्षित और सुगम यात्रा का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है। बहुप्रतीक्षित भोपाल-सागर हाईवे परियोजना को छह खंडों में विभाजित कर चरणबद्ध रूप से पूर्ण करने की योजना तैयार की गई है। वर्तमान में दो खंडों में निर्माण कार्य जोरों पर है, जबकि शेष खंडों की प्रक्रिया भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है।
विदिशा जिले के तीन खंड—विदिशा से ग्यारसपुर, ग्यारसपुर से राहतगढ़ और राहतगढ़ से बेरखेड़ी—में अब तक कार्य शुरू नहीं हो सका था। लेकिन अब सभी आवश्यक निविदा और प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के परियोजना निदेशक सिद्धांत सिंघई के अनुसार, इन खंडों में निर्माण कार्य अधिकतम 1 अक्टूबर से शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही, चौथा खंड—बेरखेड़ी से सागर तक—जिसमें लिंक रोड का कार्य भी शामिल है, जल्द ही प्रारंभ होने वाला है। यह हाईवे न सिर्फ क्षेत्रीय आवागमन को सुलभ बनाएगा, बल्कि व्यापार, पर्यटन और विकास की संभावनाओं को भी नई रफ्तार देगा।
मोरीकोड़ी-विदिशा बायपास तक काम पूरा
रायसेन जिले के मोरीकोड़ी से विदिशा तक 20.5 किलोमीटर के खंड में फोरलेन सड़क का निर्माण 85 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। जबकि मोरीकोड़ी से विदिशा बायपास तक 95 प्रतिशत से अधिक कार्य कर लिया गया है। ज्यादातर कार्य विदिशा बायपास से मिर्जापुर तक बाकी है। इस हिस्से में अभी पांच से छह महीने का वक्त लगेगा।
जबकि मोरीकोड़ी से विदिशा बायपास तक के हिस्से में अधिकतम तीन से चार महीने में आवागमन शुरू हो जाएगा। करीब 320 करोड़ से स्वीकृत इस कार्य के पूर्ण होने पर न केवल विदिशा से रायसेन की बल्कि भोपाल की दूरी भी सांची व सलामतपुर से होकर जाने की तुलना में 10 किलोमीटर तक कम हो जाएगी।