ESIC Hospital : केंद्र सरकार की हरी झंडी, भिलाई व रायगढ़ में 100 बिस्तरों के अस्पताल को हरी झंडी

प्रदेश में रायपुर और कोरबा में 100-100 बिस्तरों के ईएसआइसी अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। वहीं भिलाई और रायगढ़ में 100-100 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण चल रहा है। इनका लगभग 80 प्रतिशत काम हो चुका है।

Bilaspur News : उज्जवल प्रदेश, बिलासपुर. ESIC Hospital केंद्र सरकार ने बिलासपुर में 100 बिस्तरों के कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) अस्पताल खोलने की अनुमति दे दी है। ईएसआइसी कार्यालय ने राज्य सरकार को जमीन के लिए पत्र लिखा था, जिसके बाद जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है। जमीन चिन्हित होने के बाद अस्पताल का काम शुरू कर दिया जाएगा।

मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में रायपुर और कोरबा में 100-100 बिस्तरों के ईएसआइसी अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। वहीं भिलाई और रायगढ़ में 100-100 बिस्तरों के अस्पताल का निर्माण चल रहा है। इनका लगभग 80 प्रतिशत काम हो चुका है।

केंद्र सरकार ने भिलाई और रायगढ़ स्थित दोनों अस्पतालों को जून-2023 तक शुरू कर देने का लक्ष्य दिया है। ऐसे में अस्पताल के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए विभाग जुटा हुआ है। निर्माण कर रही एजेंसी को दो माह के भीतर काम पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि राज्य में भिलाई-रायगढ़ और बिलासपुर अस्पताल शुरू हो जाने के बाद यहां ईएसआइसी अस्पतालों की संख्या पांच हो जाएगी। वर्तमान में राज्य में 22 लाख से अधिक ईएसआइसी के हितग्राही और उनके आश्रित हैं, जिन्हें अस्पताल में निश्शुल्क इलाज की सुविधा का लाभ मिलेगा।

20 बड़े निजी अस्पतालों से अनुबंध

राज्य में कर्मचारी राज्य बीमा निगम के हितग्राहियों को निजी अस्पतालों में निश्शुल्क सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य के 20 बड़े निजी अस्पतालों के साथ अनुबंध किया गया है। ये बड़े निजी अस्पताल और मेडिकल कालेज हैं। हितग्राहियों को इलाज में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसलिए यह पहल की गई है। हितग्राही और उनके आश्रित विभागीय प्रक्रिया के तहत यहां इलाज करा सकते हैं।

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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