इन स्किल में है महारत तो टीसीएस देगी दोगुनी सैलरी

 बेंगलुरु 
भारत की सबसे ज्यादा हायरिंग करने वाली कंपनियों में से एक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज हायरिंग में आधुनिक डिजिटल स्किल पर ज्यादा फोकस कर रही है। कंपनी आधुनिक स्किल पर महारत रखने वाले फ्रेशर की न सिर्फ ज्यादा भर्ती कर रही है, बल्कि उनको आकर्षक सैलरी पैकेज भी दे रही है। अभी कंपनी ने करीब 1,000 ऐसे फ्रेशर इंजिनियरों की भर्ती की है जो नए जमाने की डिजिटल स्किल में महारत रखते हैं। आमतौर पर कैंपस से चुनकर आने वाले फ्रेशर्स के मुकाबले कंपनी ने इन फ्रेशर्स को दोगुनी सैलरी ऑफर की है। आईटी इंडस्ट्री में आमतौर पर इंजिनियरों की एंट्री लेवल की सैलरी 3.5 लाख रुपये सालाना होती है लेकिन टीसीएस ने डिजिटल स्किल में निपुण इंजिनियरों को 6.5 लाख रुपये का सैलरी पैकेज ऑफर किया है। 
 
इन कैंडिडेट्स का चयन एक टेस्ट क्लियर करने के बाद हुआ है। दरअसल, इस साल से टीसीएस ने अपनी हायरिंग स्ट्रैटिजी में बदलाव करते हुए नैशनल क्वॉलिफायर टेस्ट (एनक्यूटी) नाम के टेस्ट के माध्यम से हायरिंग शुरू की है। यह टेस्ट नई डिजिटल स्किल पर आधारित है। इस टेस्ट के बाद कंपनी चयनित उम्मीदवारों का इंटरव्यू या विडियो इंटरव्यू भी लेती है। कंपनी का कहना है कि ऑनलाइन टेस्ट की मदद से वह दूर-दराज के छात्रों तक भी पहुंच पा रही है। साथ ही इससे कंपनी की नियुक्ति प्रक्रिया 3 से 4 हफ्तों में पूरी हो जाती है। पहले कंपनी 370 कॉलेजों में जाकर छात्रों की हायरिंग करता थी। अब ऑनलाइन टेस्ट की वजह से टीसीएस 2,000 कॉलेजों तक पहुंच पा रही है। 

टीसीएस के एग्जिक्युटिव वाइस प्रेजिडेंट और ग्लोबल ह्यूमन रिसोर्सेज के हेड अजय मुखर्जी ने बताया, 'एनक्यूटी में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कैंडिडेट्स को एक और टेस्ट देना होगा। उस टेस्ट को क्लियर करने के बाद उनको इंटरव्यू देना होगा फिर उनका चयन होगा और सैलरी तय की जाएगी।' 

खास तौर पर मशीन लर्निंग, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा अनैलिसिस जैसे फील्ड्स की स्किल वाले कैंडिडेट्स को ज्यादा तरजीह दी जा रही है। इस तरह के स्पेशलिस्ट्स की संख्या कम है और काफी डिमांड में है। कंपनियों को अपने एंप्लॉयीज को इस तरह की स्किल्स सिखाने के लिए प्रशिक्षण पर काफी खर्च करना पड़ता है। अगर पहले से कैंडिडेट इन स्किल में निपुण होंगे तो कंपनी को ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा। इसलिए टीसीएस इस तरह के स्किल में महारत रखने वाले कैंडिडेट्स को ज्यादा प्राथमिकता दे रही है। 

मुखर्जी ने यह नहीं बताया कि डिजिटल स्किल वाले कितने कैंडिडेट्स की इस साल हायरिंग होगी। उन्होंने कहा कि पिछले ऐकडेमिक इयर में हुई भर्ती के बराबर या उससे ज्यादा भर्ती इस साल हो सकती है। टीसीएस टेस्ट के अलावा आईआईटीज और एनआईटीज में कैंपस हायरिंग भी करती है जहां वह अन्यों के मुकाबले ज्यादा सैलरी पैकेज ऑफर करती है। 

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