एमजीएम स्कूल प्रबन्धन ने किया श्रद्धा शुक्ला का सम्मान

रायपुर

संघ लोक सेवा आयोग में  45 बां स्थान अर्जित कर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाने वाली रायपुर की श्रद्धा शुक्ला ने अपने शाला जीवन के 17 वर्ष एमजीएम स्कूल में विद्यार्थी के रूप बिताए थे। आज एम जी एम स्कूल शाला प्रबंधन के आमंत्रण पर माता – पिता के साथ पहुंची , उसके सम्मान मे शाला का ध्वज एवं स्कूल के चारों हाउस के ध्वज उन्हे स्काट कर मंच तक ले कर गए। प्राचार्या ने उन्हे गले लगाकर स्वागत किया। इस दौरान करतल ध्वनि से पूरा प्रांगण भाव विभोर हो उठा। स्वागत भाषण में शाला की प्राचार्या डॉ. लीना. आर. जेकब ने श्रद्धा के अकादमिक सफ? कि मधुर स्मृति सांझी की।

शाला प्रबंधन के उपाध्यक्ष फादर जेकब थामस ने एम जी एम स्कूल के लिए श्रध्दा की सफलता को विद्यालय के लिए मिल का पत्थर साबित होगा,इनसे प्रेरणा लेकर और भी विद्यार्थी शहर और प्रदेश का नाम रौशन करेंगे,उन्होंने श्रद्धा की सफलता के लिए उनके माता – पिता ,उसके गुरजनो एवं विद्यालय के अनुशासन का बड़ा योगदान रहा। श्रद्धा ने शाला की अस्मबेली को संबोधित किया ,और अपने स्कूल जीवन से लेकर संघ लोक सेवा आयोग में 45 वाँ स्थान तक के सफ? का संस्मरण बताया उन्होंने कहा कि सफलता के स्वाद से पूर्व  मैंने दो बार असफल भी हुई ,निराश भी हुई ,पर मुझे प्रोत्साहित करने में मेरे शिक्षक,मित्र और मेरे पिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई , सफलता के लिए निरन्तर प्रयास और धैर्य महत्वपूर्ण है।
श्रद्धा ने शाला की असंबेली में आई ए एस के इंटरव्यू में गाए राज्य गीत अरपा पैरी को गाया, विद्यार्थियों ने तालियों की गडगाह ट से उनका अभिवादन किया। शाला प्रबंधन समिति के मैनेजर बिशप डॉ. जोसेफ डायोनिसियस ने सुश्री श्रध्दा शुक्ला को उनकी स्वर्णिम सफलता पर उन्हें शुभकामना देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना संदेश भेजा। शाला प्रबंधन ने श्रद्धा को स्मृति चिन्ह एवं से नवाजा इस अवसर पर श्रद्धा शुक्ला के पिता श्री सुशील आंनद शुक्ला,माता श्रीमती संध्या शुक्ला ,शाला के कोषाध्यक्ष श्री थामस मैथ्यू,सचिव जे सैमुएल उपस्थित थे।

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