उदयपुर में 14 से 16 मई तक होगा कांग्रेस का राष्ट्रीय चिंतन शिविर, गुजरात- राजस्थान चुनाव पर होगा फोकस

जयपुर
कांग्रेस का तीन दिवसीय राष्ट्रीय चिंतिन शिविर 14 से 16 मई तक झीलों की नगरी उदयपुर में होगा। शिविर के लिए कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। शिविर में सोनिया-राहुल और प्रियंका गांधी के अलावा वरिष्ठ नेता, राज्य इकाइयों के अध्यक्ष  और करीब 400 लोग शामिल होंगे। चिंतन शिविर को अंतिम रूप देने के लिए अप्रैल के अंत तक CWC की एक और बैठक हो सकती है। माना जा रहा है कि सीएम अशोक गहलोत एक बार फिर अप्रैल के अंत तक उदयपुर का दौरा कर सकते हैं। सीएम गहलोत हाल ही में उदयपुर का एक दौरा कर चुके हैं।

चिंतन शिविर में तलाशी जाएगी हार की वजह
दरअसल, पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस आलाकमान संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में जुटा है। कांग्रेस के चिंतन शिविर में लगातार मिलने वाली हार की वजह तलाशने और  आने वाले चुनावों की रणनीति को लेकर गहन मंथन होगा। इस शिविर में सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी शामिल होंगे। साथ ही कांग्रेस की वर्किंग कमेटी के सभी सदस्य भी मौजूद रहेंगे। वहीं, कई बड़े नेता इसमें शामिल होंगे। इस शिविर में उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में मिली हार पर मंथन होगा। इसके अलावा इस साल गुजरात चुनाव और अगले साल होने वाले राजस्थान सहित 4 राज्यों में चुनाव पर फोकस रहेगा। शिविर में चुनाव की रणनीति और जिम्मेदारियों पर भी फोकस रह सकता है।

गुजरात चुनाव को लेकर बनेगी रणनीति
शिविर में पांच राज्यों में मिली हार पर मंथन किया जाएगा। इसके राज्यों में आने वाले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन किया जाएगा। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि चिंतन शिविर के पीछे बड़ी वजह गुजरात विधानसभा चुनाव हैं। साथ ही पांच राज्यों में मिली हार का भी विश्लेषण किया जाएगा। इस शिविर में सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका शामिल होंगे। पिछली CWC की मीटिंग में यह तय हो गया था कि कांग्रेस का अगला शिविर राजस्थान में होगा। तीन दिन तक चलने वाले शिविर में नेताओं और कार्यकर्ताओं से हार के कारण जानने की कोशिश की जाएगी। साथ ही गुजरात, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।  

 

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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