Corona Update: कोरोना से 24 घटे में चार मरीजों की मौत, देश में केस 3000 पार
Corona Update: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के कारण चार और मरीजों की मौत हो गई है, जबकि देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3000 से अधिक हो गई है।

Corona Update: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के कारण चार और मरीजों की मौत हो गई है, जबकि देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3000 से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार कोविड के एक्टिव केस अब 3395 पहुंच चुके हैं, यह स्थिति कोरोना के मामलों में एक बार फिर से तेजी की ओर इशारा कर रही है।
कोविड एपीसेंटर बना केरल
केरल में इस समय सक्रिय मरीजों की संख्या 1336 है, वहीं कर्नाटक सरकार ने सावधानी बढ़ाते हुए एक सर्कुलर जारी कर दिया है। उस सर्कुलर में कहा गया है कि लोगों को समय-समय पर अपने हाथ धोने चाहिए, भीड़ भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनने की हिदायत भी दी गई है।
कोरोना की रफ्तार कैसे बढ़ी?
अब समझने वाली बात यह है कि देश में कोरोना के मामले तेज गति से बढ़ रहे हैं। आंकड़े बताते हैं कि 22 मई को देश में सिर्फ 257 सक्रिय मरीज थे, लेकिन 4 दिन के भीतर यानी कि 26 मई को यही आंकड़ा बढ़कर 1010 तक पहुंच गया। बात अगर सिर्फ पिछले 24 घंटे की करें तो 685 नए मामले सामने आए हैं। वैसे बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच डॉक्टरों का कहना है कि लोगों में गंभीर लक्षण नहीं हैं, ऐसे में डरने की या पैनिक करने की कोई आवश्यकता नहीं है, सिर्फ जरूरी नियमों का पालन करना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग वाले रूल को एक बार फिर फॉलो करना होगा।
देश में 22 मई को रोगियों की संख्या 257 थी। 26 मई तक यह आंकड़ा बढ़कर 1,010 हो गया और शनिवार को 3,395 पर पहुंच गया। आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 685 नए मामले सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। आंकड़ों में कहा गया है कि केरल में 1,336, महाराष्ट्र में 467, दिल्ली में 375, गुजरात में 265, कर्नाटक में 234, पश्चिम बंगाल में 205, तमिलनाडु में 185 और उत्तर प्रदेश में 117 लोग संक्रमित हैं।
वहीं, ओडिशा में दो और लोगों के कोरोना से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में कुल मामलों की संख्या सात हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव अश्वथी एस ने यह जानकारी दी। उन्होंने लोगों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, “आईसीएमआर की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा स्वरूप में गंभीर लक्षण नहीं दिखते और ज्यादातर मामले हल्के हैं। साथ ही, केंद्र ने कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए हैं, लेकिन सभी को बदलते मौसम के मद्देनजर सतर्क रहने की सलाह दी है।” अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार आवश्यक सावधानी बरत रही है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने सोमवार को कहा था कि पश्चिम और दक्षिण भारत में नमूनों की जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि नये स्वरूप गंभीर नहीं हैं और ये ओमीक्रॉन के उप-स्वरूप हैं। उन्होंने कहा था कि ओमीक्रोन के चार उपस्वरूप एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी. 1.8.1 सामने आए हैं। उन्होंने कहा था कि पहले तीन स्वरूप के मामले ज्यादा हैं।
डॉ. बहल ने कहा था, “हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं। इस समय, कुल मिलाकर, हमें निगरानी रखनी चाहिए, सतर्क रहना चाहिए, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है।”
क्या है एनबी.1.8.1 और एलएफ.7 सब वेरिएंट, जानें
एनबी.1.8.1 (NB.1.8.1) और एलएफ.7 (LF.7) SARS-CoV-2 (कोविड-19 वायरस) के ओमिक्रॉन वेरिएंट के उप-वेरिएंट (सब-वेरिएंट) हैं। ये वेरिएंट XBB लाइनज से संबंधित हैं, जो 2023 के दौरान दुनिया भर में प्रमुखता से फैले थे।
1. एनबी.1.8.1 (NB.1.8.1)
- यह XBB.1.5 का एक उप-वेरिएंट है, जिसमें कुछ अतिरिक्त म्यूटेशन्स होते हैं।
- XBB.1.5 को पहले से ही अधिक संक्रामक और इम्यून इवेजन क्षमता वाला माना जाता था, और NB.1.8.1 उसका एक और विकसित रूप है।
- यह वेरिएंट मुख्य रूप से स्पाइक प्रोटीन में बदलाव करके संक्रमण क्षमता बढ़ाता है।
2. एलएफ.7 (LF.7)
- यह भी XBB लाइनज का हिस्सा है और XBB.1.9.1 या इससे संबंधित वेरिएंट्स में से एक हो सकता है।
- LF.7 में कुछ ऐसे म्यूटेशन्स होते हैं जो इसे पहले के वेरिएंट्स की तुलना में थोड़ा अलग बनाते हैं, लेकिन यह अभी तक बहुत प्रमुख नहीं हुआ है।
क्या यह है चिंताजनक?
- ये वेरिएंट पहले से मौजूद इम्युनिटी (टीकों या पिछले संक्रमण से) से कुछ हद तक बच सकते हैं, लेकिन WHO या अन्य स्वास्थ्य एजेंसियों ने इन्हें अब तक ‘वीओआई’ (Variant of Interest) या ‘वीओसी’ (Variant of Concern) के रूप में वर्गीकृत नहीं किया है।
- इनके लक्षण आमतौर पर अन्य ओमिक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही होते हैं—बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान आदि।