दिल्ली-एनसीआर: डेंगू और मलेरिया का अटैक, बरतें सावधानी वरना भरना होगा जुर्माना

नई दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आ रही है। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के कम होते मामलों के बीच डेंगू पैर पसार रहा है। प्रत्येक वर्ष मानसून और उसके बाद राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है। पिछले एक सप्ताह में डेंगू के 16 नए मामले सामने आए हैं। इस वर्ष अबतक डेंगू से पीड़ित होने वालों की संख्या 205 पहुंच गई है। वर्ष 2017 के बाद अन्य वर्षों की तुलना में यह आंकड़ा सर्वाधिक है। वर्ष 2017 में इस अवधि में छह सौ से ज्यादा मरीज मिले थे। इसके बाद सिर्फ वर्ष 2018 में यह आंकड़ा एक सौ के ऊपर पहुंचा था।

डेंगू के साथ मलेरिया भी बढ़ा सकता है लोगों की परेशानी
डेंगू के साथ ही मलेरिया के मामले भी बढ़ रहे हैं। यह चिंता की बात है। यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाया गया तो आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसे ध्यान में रखकर नगर निगम के साथ ही अन्य विभागों को जरूरी कदम उठाना चाहिए।

लापरवाही पर है जुर्माने का प्रावधान
मच्छरजनित बीमारियों को लेकर संवेदनशील स्थानों की पहचान कर वहां विशेष ध्यान देने की जरूरत है। घर, कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान, निर्माण स्थल आदि पर मच्छर पनपने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाया जाना चाहिए। इसमें लापरवाही पर जुर्माने का प्रविधान है।

सबको समझनी होगी अपनी जिम्मेदारी
पहले की तुलना में अब जुर्माने की राशि को भी बढ़ाया गया है। मच्छर का प्रजनन मिलने पर अधिकतम एक लाख रुपये तक जुर्माना हो सकता है। यह सही कदम है, लेकिन सिर्फ इससे समस्या दूर नहीं होगी। सबसे ज्यादा जरूरी जागरूकता और जिम्मेदारी है। लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) द्वारा इस वर्ष अबतक मच्छर पनपने के मामले में 24 हजार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है। अन्य विभागों को भी इसमें योगदान देना होगा, जिसका अभी अभाव है। 17 सरकारी विभागों में नोडल अफसर नियुक्त किए गए हैं, लेकिन उनके कार्यालयों में मच्छर का प्रजनन पाया गया है।

Deepak Vishwakarma

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