तीन बार UPSC पास करने के बाद भी नहीं मानी हार, चौथे प्रयास में IAS बनकर रचा इतिहास, कार्तिक जीवानी की प्रेरक कहानी
UPSC : कार्तिक जीवानी ने चार बार UPSC परीक्षा दी, तीन बार पास हुए और चौथी बार में 8वीं रैंक लाकर IAS बने। उन्होंने पहले IPS के रूप में सफलता पाई थी, लेकिन उनका सपना IAS बनना था। उनकी यह प्रेरक कहानी हर UPSC उम्मीदवार के लिए एक सीख है। जानें उनकी सफलता का राज।

UPSC : उज्जवल प्रदेश डेस्क. UPSC परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है, जिसे पास करने के लिए उम्मीदवारों को सालों की मेहनत और दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है। गुजरात के कार्तिक जीवानी ने चार बार परीक्षा दी, तीन बार सफलता हासिल की और आखिरकार चौथे प्रयास में IAS बनकर अपने सपने को साकार किया। उनकी यह सफलता हर UPSC उम्मीदवार के लिए प्रेरणा है।
कार्तिक जीवानी की संघर्ष और सफलता की कहानी
भारत में हर साल लाखों युवा UPSC परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन बहुत कम ही इसे पास कर पाते हैं। गुजरात के कार्तिक जीवानी उन चुनिंदा उम्मीदवारों में से एक हैं जिन्होंने चार बार UPSC की परीक्षा दी, तीन बार इसे पास किया और आखिरकार चौथे प्रयास में 8वीं रैंक हासिल कर IAS बने। उनकी यह यात्रा संघर्ष, मेहनत और अद्वितीय समर्पण की मिसाल है।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
कार्तिक जीवानी का जन्म और पालन-पोषण गुजरात में हुआ। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा गुजराती माध्यम में आठवीं कक्षा तक पूरी की। इसके बाद, उन्होंने अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई जारी रखी और 12वीं कक्षा पास की। कार्तिक पढ़ाई में बचपन से ही मेधावी थे और उन्होंने जेईई मेन और एडवांस परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर आईआईटी बॉम्बे में मेकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया।
UPSC की शुरुआत और पहला असफल प्रयास
आईआईटी बॉम्बे में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने IAS बनने का सपना देखा और ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। 2016 में उन्होंने पहली बार UPSC की परीक्षा दी, लेकिन सफलता नहीं मिली। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी को और मजबूत करने का निर्णय लिया।
दूसरे प्रयास में IPS बने
पहले प्रयास की असफलता के बाद उन्होंने अपनी रणनीति बदली और 2019 में दोबारा परीक्षा दी। इस बार उनका प्रदर्शन बेहतर रहा और उन्होंने ऑल इंडिया 94वीं रैंक हासिल की। हालांकि, IAS बनने के लिए उन्हें केवल दो रैंक और चाहिए थे, जिससे वह चूक गए। लेकिन इस परीक्षा में सफलता के कारण उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए हो गया।
IPS की ट्रेनिंग के बीच IAS बनने की तैयारी
IPS बनने के बाद भी कार्तिक का सपना IAS बनना था। उन्होंने अपनी ट्रेनिंग के दौरान भी पढ़ाई जारी रखी और 2019 में तीसरी बार UPSC की परीक्षा दी। इस बार उन्हें 84वीं रैंक मिली, लेकिन IAS बनने के लिए यह पर्याप्त नहीं था। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 2020 में चौथी बार परीक्षा दी। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने पूरे भारत में 8वीं रैंक हासिल की, जिससे वह IAS बनने में सफल रहे।
UPSC परीक्षा की तैयारी कैसे की?
कार्तिक जीवानी की सफलता का सबसे बड़ा कारण उनकी कठोर मेहनत और अनुशासन था। उन्होंने UPSC की तैयारी के लिए एक मजबूत रणनीति बनाई।
- हर दिन 10 घंटे पढ़ाई: उन्होंने नियमित रूप से 10 घंटे पढ़ाई की और अपनी अध्ययन सामग्री को छोटे-छोटे भागों में विभाजित किया।
- ऑनलाइन रिसोर्सेज का इस्तेमाल: किताबों के अलावा, उन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध स्टडी मटेरियल, टॉपर्स के इंटरव्यू और ऑनलाइन क्लासेस का भी फायदा उठाया।
- समय प्रबंधन: कार्तिक ने पढ़ाई के लिए एक सख्त शेड्यूल बनाया और उसे पूरी ईमानदारी से फॉलो किया।
- नोट्स बनाकर पढ़ाई: उन्होंने हर विषय के लिए संक्षिप्त और प्रभावी नोट्स बनाए, जिससे रिवीजन आसान हो गया।
- मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस: परीक्षा के पहले उन्होंने कई मॉक टेस्ट दिए और आंसर राइटिंग पर विशेष ध्यान दिया, जिससे उनकी उत्तर लेखन क्षमता मजबूत हुई।
परिवार का समर्थन और प्रेरणा स्रोत
कार्तिक के माता-पिता हमेशा उनके साथ खड़े रहे और उन्हें प्रेरित करते रहे। उनके पिता ने बताया कि जब कार्तिक IPS की ट्रेनिंग कर रहे थे, तब उन्होंने UPSC परीक्षा देने के लिए 15 दिन की छुट्टी ली थी। उनका यह समर्पण ही उन्हें सफलता दिलाने में मददगार साबित हुआ।
युवाओं के लिए प्रेरणा
कार्तिक जीवानी की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है जो UPSC परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उनकी सफलता यह दिखाती है कि अगर दृढ़ संकल्प और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनके अनुसार, असफलता केवल एक सीखने का अवसर होती है और निरंतर प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलती है।