बुजुर्ग उपभोक्ताओं के लिए डोर-टू-डोर योजना बनी वरदान

भोपाल.
इंदौर शहर के बुजुर्ग बिजली उपभोक्ता दयाराम हो या फिर महू क्षेत्र के सदाशिव देवास जिले के ग्रामीण क्षेत्र के रफीक भाई… इनके जैसे करीब आठ लाख बिजली उपभोक्ता इस बात से प्रसन्न है कि बिजली कंपनी बिल भुगतान के लिए डोर-स्टेप सुविधा प्रदान कर रही है। इस सेवा से बुजुर्ग, वयोवृद्ध, वे उपभोक्ता सबसे ज्यादा प्रसन्न है, जिन्हें ज्यादा उम्र के होने के कारण जोन वितरण केंद्र जाने में परेशानी होती है और उन्हें स्मार्ट फोन चलाना भी नहीं आता है।

मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी की प्रबंध निदेशक सुरजनी सिंह ने बताया कि बिजली बिल भुगतान को लेकर केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण और मप्र विद्युत नियामक आयोग के आदेशों का गंभीरता से पालन किया जा रहा हैं। उन्होंने बताय़ा कि इंदौर शहर सहित सभी सर्कल, जिलों में डोर-टू-डोर एप से भी बिजली बिलों का भुगतान संबंधित पंजीकृत अभिकर्ता उपभोक्ताओं के घर पहुंचकर प्राप्त करते है। बिल में दर्ज राशि के अतिरिक्त कोई अन्य राशि नहीं ली जाती है। ली गई राशि की हाथों-हाथ ई-रसीद भी प्रदान की जाती है।

इससे जहां एक ओर अंतिम तिथि या उससे पहले भुगतान घर बैठे ही हो जाने से उपभोक्ता को न तो कनेक्शन कटने का डर सताता है, न हीं उन्हें अधिभार लगने संबंधी चिंता निर्मित होती है। प्रबंध निदेशक ने बताया कि शहर की स्लम बस्तियों में, कस्बों की साथ ही यह सेवा गांवों में ज्यादा लोकप्रिय हो रही है। औसत हर माह आठ लाख उपभोक्ताओं से पंजीकृत अभिकर्ता बिल राशि प्राप्त करते हैं। इससे एक ओर जहां कंपनी को समय पर राजस्व संग्रहण करने में मदद मिल रही है, वहीं समय पर घर बैठे राशि चुकाने से बिजली कनेक्शन कटने और अधिभार लगने से भी निजात मिल रही है। सुरजनी सिंह ने बताया कि कंपनी उपभोक्ताओं की सुविओं में बढ़ोत्तरी के लिए समय समय पर निर्णय लेती है, आगे भी यह क्रम जारी रहेगा।

गांव वालों को विशेष राहत
ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत केंद्रों के अधीन 15-20 गांव आते हैं। कई गांव, विद्युत केंद्र वाले गांव से 10-15 किमी तक दूर होते हैं। ऐसे में दूरस्थ गांवों के बिजली उपभोक्ताओं के लिए डोर-टू-डोर एप योजना राहत प्रदान कर रही हैं। अब उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करने के लिये लंबी दूरी तय करना पड़ती है।

भुगतान की ये सुविधाएं उपलब्ध
बिजली बिल भुगतान की ऑन लाइन कैशलेस सुविधा पेटीएम, फोन पे, गुगल पे, अमेजन, बिजली कंपनी के पोर्टल, ऊर्जस ऐप इत्यादि माध्यमों से उपलब्ध हैं। सभी वितरण केंद्र जोन काउंटर पर कार्यालय अवधि में भुगतान स्वीकारा जाता है। ड़ोर-टू-डोर ऐप के माध्यम से कार्मिक बगैर अतिरिक्त शुल्क के घर बैठे बिजली बिल भुगतान राशि प्राप्त करते हैं।

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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