प्लास्टिक में खाना खाने से बढ़ सकता है Heart Failure & Cancer का खतरा! जानिए डॉक्टर की राय
Heart Failure & Cancer : क्या आप जानते हैं कि प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाने से आपकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है? विशेषज्ञों के अनुसार, प्लास्टिक में मौजूद हानिकारक केमिकल हार्मोनल गड़बड़ी, कैंसर, हार्ट फेलियर और पाचन संबंधी समस्याओं को बढ़ावा दे सकते हैं। यह सिर्फ स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी घातक है। इस लेख में जानिए प्लास्टिक के बर्तनों से होने वाले खतरों और इनसे बचने के उपायों के बारे में।

Heart Failure & Cancer : उज्जवल प्रदेश डेस्क. आजकल हमारी जीवनशैली में कई बदलाव आए हैं, जिनमें खाने-पीने की आदतें भी शामिल हैं। लोग अक्सर बाहर से खाना मंगवाते हैं, जो अधिकतर प्लास्टिक के कंटेनरों में पैक होता है। प्लास्टिक का यह उपयोग सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्लास्टिक में मौजूद केमिकल्स कई बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि प्लास्टिक के बर्तनों में खाने के क्या नुकसान हैं और इससे बचने के लिए क्या कदम उठाने चाहिए।
आजकल हर घर में प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल आम हो गया है। चाय पीने से लेकर खाना खाने तक लोग प्लास्टिक के कप, प्लेट और कंटेनर का उपयोग कर रहे हैं। यही नहीं, बाहर से मंगवाया गया अधिकतर भोजन भी प्लास्टिक के डिब्बों में पैक होकर आता है। हालांकि, क्या आपने कभी सोचा है कि यह प्लास्टिक आपकी सेहत के लिए कितना नुकसानदायक हो सकता है?
विशेषज्ञों के अनुसार, प्लास्टिक के बर्तनों से कई प्रकार के हानिकारक केमिकल निकलते हैं, जैसे बिस्फेनॉल ए (BPA) और फथैलेट्स। जब गर्म खाना प्लास्टिक में रखा जाता है, तो यह केमिकल खाने में मिल जाते हैं और शरीर में पहुंचकर गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।
प्लास्टिक में खाना खाने से होने वाले नुकसान
हार्मोनल असंतुलन
प्लास्टिक में मौजूद रसायन शरीर के हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं। इससे पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो सकता है और महिलाओं में पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
हार्ट फेलियर का खतरा
वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद पांडेय के अनुसार, प्लास्टिक के बर्तनों में पैक भोजन का सेवन करने से कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ सकता है। इसमें दिल की कार्यक्षमता धीरे-धीरे कमजोर हो जाती है, जिससे रक्त संचार प्रभावित होता है।
कैंसर का खतरा
प्लास्टिक में मौजूद विषैले तत्व धीरे-धीरे शरीर में जमा होते रहते हैं, जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, गर्म भोजन को प्लास्टिक के पैकेट या कंटेनर में रखने से यह खतरा अधिक हो जाता है।
पाचन संबंधी समस्याएं
अगर आप रोज प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाते हैं, तो इसके सूक्ष्म कण आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इससे पेट में गैस, एसिडिटी, कब्ज और अन्य पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
पर्यावरण पर बुरा असर
प्लास्टिक सिर्फ हमारी सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है। यह आसानी से नष्ट नहीं होता और मिट्टी व जलस्रोतों को प्रदूषित करता है। इससे समुद्री जीवों और अन्य प्राणियों के जीवन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।
प्लास्टिक के उपयोग से बचने के उपाय
- स्टील या कांच के बर्तनों का करें उपयोग: कोशिश करें कि भोजन स्टील, तांबे या कांच के बर्तनों में करें।
- बांस और मिट्टी के बर्तनों को दें प्राथमिकता: पुराने जमाने में लोग मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल करते थे, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
- प्लास्टिक में गर्म खाना न रखें: अगर मजबूरी में प्लास्टिक का उपयोग कर भी रहे हैं, तो उसमें गर्म खाना रखने से बचें।
- घर का बना ताजा खाना खाएं: बाजार के पैक्ड खाने से बचें और घर का बना ताजा भोजन प्राथमिकता दें।
- प्लास्टिक की जगह पेपर या बायोडिग्रेडेबल पैकेजिंग अपनाएं: बाजार से खाना लाने के लिए प्लास्टिक की जगह पेपर पैकेजिंग या बायोडिग्रेडेबल कंटेनर का उपयोग करें।