Fastest Cesarean Surgery: हिंदुस्तान की महिला डॉक्टर का विदेश में डंका, बनाया रिकॉर्ड
Fastest Cesarean Surgery: सात समंदर पार भारत का फिर डंका बजा है। अब चिकित्सा के क्षेत्र में भारत की महिला डॉक्टर ने न सिर्फ अपना बल्कि देश का नाम रोशन किया है।

Fastest Cesarean Surgery: चंडीगढ़. सात समंदर पार भारत का फिर डंका बजा है। अब चिकित्सा के क्षेत्र में भारत की महिला डॉक्टर ने न सिर्फ अपना बल्कि देश का नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि ऐसा दुनिया में पहले कभी नहीं हुआ है, लेकिन हिंदुस्तान ने कर दिखाया है। चिकित्सा के क्षेत्र में भारत के हुनर की दुनिया भी कायल है, क्योंकि भारत के डाक्टरों ने पूरी दुनिया में नाम कमाया है और विश्वसनीय सेवाएं मरीजों को दी हैं।
दरअसल, पंजाब के लुधियाना की डॉक्टर आशिमा तनेजा ने एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जो हर किसी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। डॉक्टर आशिमा ने सिजेरियन सेक्शन सर्जरी के दौरान सिर्फ 1 मिनट 5 सेकंड में एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और इस शानदार प्रदर्शन ने उन्हें सिजेरियन सेक्शन सर्जरी के दौरान तेजी से बच्चे को जन्म देने (Fastest Child Birth During Cesarean Section Surgery) का रिकॉर्ड धारक बना दिया। यह रिकॉर्ड अब इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है।
मालूम हो कि डॉ. आशिमा तनेजा केवल एक कुशल डॉक्टर ही नहीं, बल्कि एक अद्भुत इंसान भी हैं। वह प्रसिद्ध ओरल और मैक्सी इलोफेशियल सर्जन डॉ. समीर कौरा की पत्नी हैं और वरिष्ठ पत्रकार अशोक कौरा की बहू हैं।
उनके परिवार के साथ-साथ उनके चिकित्सा समुदाय और मरीज भी उनके इस अद्भुत कार्य को सलाम करते हैं। इस रिकॉर्ड को प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने चिकित्सा पेशेवर अनुभव और टीमवर्क का श्रेय दिया है, क्योंकि उन्होंने यह उपलब्धि अपने साथियों और सहायक टीम के सहयोग से हासिल की है।
सिजेरियन सेक्शन की प्रक्रिया आमतौर पर समय लेने वाली होती है, लेकिन डॉ. आशिमा ने इसे पूरी सटीकता और दक्षता के साथ किया। उन्होंने यह साबित कर दिया कि जब किसी काम को पूरी तत्परता और समर्पण से किया जाता है, तो वह असंभव नहीं होता। इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपनी टीम और उस विश्वास को दिया है, जो उन्हें अपने मरीजों से मिलता है।
उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके व्यक्तिगत कौशल को सम्मान मिला, बल्कि यह भारतीय चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक गर्व की बात है। इसने दुनिया में भारतीय डॉक्टरों की दक्षता और उनके काम की तेजी का नया मानक स्थापित किया है। यह निश्चित रूप से एक मील का पत्थर है।