FD जमाकर्ताओं के लिए खुशखबरी: 3 महीने में प्रीमेच्योर विड्रॉल पर कोई पेनाल्टी नहीं
RBI Rule Change For FD depositor: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज से एफडी निवेशकों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। अब छोटी जमा राशि के जमाकर्ता (10,000 रुपये तक) 3 महीने के भीतर अपनी पूरी रकम बिना किसी ब्याज के निकाल सकते हैं। छोटे निवेशकों और गंभीर बीमारियों के मामलों में विशेष राहत। जानें नए नियमों का फायदा।

RBI Rule Change For FD depositor: उज्जवल प्रदेश डेस्क, भोपाल. आज से एफडी निवेशकों को राहत भरी खबर मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिनके तहत अब छोटे निवेशकों को एफडी के 3 महीने के भीतर प्रीमेच्योर विड्रॉल (premature withdrawal) करने पर पेनाल्टी नहीं चुकानी होगी। यह बदलाव निवेशकों के हित में किए गए हैं और इसमें नॉमिनी अपडेट से लेकर आंशिक निकासी के नियम भी शामिल हैं।
FD depositor को बड़ी राहत
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज से एफडी निवेशकों के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। अब छोटी जमा राशि के जमाकर्ता (10,000 रुपए तक) 3 महीने के भीतर अपनी पूरी रकम बिना किसी ब्याज के निकाल सकते हैं। इस बदलाव का उद्देश्य छोटे निवेशकों को तत्काल जरूरतों के समय मदद प्रदान करना है।
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बड़ी राशि के जमाकर्ताओं के लिए नियम
यदि आपकी एफडी की राशि बड़ी है, तो आप 3 महीने के भीतर मूल राशि का 50% या अधिकतम 5 लाख रुपए (जो भी कम हो) बिना ब्याज के निकाल सकते हैं। शेष राशि पर आपको ब्याज मिलता रहेगा।
गंभीर बीमारी के मामलों में पूरी राहत
यदि जमाकर्ता किसी गंभीर बीमारी का सामना कर रहे हैं, तो वे बिना किसी ब्याज कटौती के पूरी मूल राशि निकाल सकते हैं। यह नियम जमा अवधि की परवाह किए बिना लागू होगा।
नॉमिनी पंजीकरण पर जोर
NBFC और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFC) को निर्देश दिया गया है कि वे नॉमिनी अपडेट प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाएं। ग्राहकों की पासबुक में नॉमिनी का नाम और “नॉमिनी पंजीकृत” का उल्लेख दर्ज होगा।
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ग्राहकों को समय पर सूचना देना जरूरी
NBFC को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि वे जमाकर्ताओं को उनकी एफडी मैच्योरिटी की तारीख से दो सप्ताह पहले सूचित करें। इससे ग्राहकों को अपनी योजनाएं तय करने में मदद मिलेगी।