₹75 लाख के मेडिकल प्रतिपूर्ति घोटाले में FIR दर्ज
FIR News: भोपाल पीएचक्यू के तीन निलंबित अधिकारियों पर कार्रवाई, यह घोटाला पुलिस मुख्यालय के लेखा अनुभाग में सामने आया है।

FIR News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मध्यप्रदेश पुलिस मुख्यालय के लेखा अनुभाग के तीन निलंबित पुलिसकर्मियों के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी और मनगढ़ंत मेडिकल बिलों का इस्तेमाल कर पैसे निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। अधिकारियों के मुताबिक, यह घोटाला पुलिस मुख्यालय के लेखा अनुभाग में सामने आया है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लेखा अधिकारी एएसआई नीरज अहिरवार, क्लर्क हर्ष भानखेड़े और हरिहर सोनी ने अपने नाम, परिवार के सदस्यों और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों के नाम पर जारी फर्जी मेडिकल बिलों के लिए प्रतिपूर्ति का दावा करके धोखाधड़ी की।
जाननकारी के मुताबिक, तीनों ने फर्जी मेडिकल बिल दाखिल करके करीब 75 लाख रुपए निकाले थे। तीनों को 8 जनवरी को निलंबित कर दिया गया था। जांच में कोषागार अधिकारी ने मेडिकल बिलों के बदले तीन खातों में भारी मात्रा में धन हस्तांतरण देखा। कोषागार अधिकारियों ने पीएचक्यू को सतर्क किया, जिसके बाद लेन-देन की बारीकी से निगरानी की गई और यह सामने आया कि तीनों कर्मी मेडिकल बिलों के बदले प्रतिपूर्ति के रूप में बड़ी रकम निकाल रहे थे।
बताया जाता है कि तीनों ने अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर लंबी बीमारी के इलाज के लिए फर्जी और मनगढ़ंत मेडिकल बिल तैयार किए और रकम निकालना जारी रखा। तीनों ने किडनी की बीमारी, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने में विशेषज्ञता हासिल की। उन्होंने अन्य कर्मियों के मेडिकल सर्टिफिकेट का इस्तेमाल करके भी पैसे निकाले, हालांकि ऐसी घटनाएं कम थीं। जहांगीराबाद पुलिस ने तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।