Gaon ki Beti Yojana: 2025 में 12वीं में अच्छे नंबर लाओ और 5000 रुपये पाओ
Gaon ki Beti Yojana: बेटियों की पढ़ाई बीच में न छूटे व बेटियां अच्छे अंक लाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करें इस उद्देश्य को लेकर सरकार बेटियों का हौसला बढ़ा रही है, 12वीं में अच्छे नंबर लाओ और 5000 रुपये पाओ।

Gaon ki Beti Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. बेटियों की पढ़ाई बीच में न छूटे व बेटियां अच्छे अंक लाकर उच्च शिक्षा ग्रहण करें इस उद्देश्य को लेकर सरकार बेटियों का हौसला बढ़ा रही है, 12वीं में अच्छे नंबर लाओ और 5000 रुपये पाओ। बता दें कि मप्र बोर्ड का रजिल्ट किसी भी दिन आ सकता है।
मप्र में 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम का बेसब्री से इंतजार है। इसी बीच मप्र की मोहन सरकार कमाल की योजना बनाने जा रही है। 12वीं में अच्छे नंबर लाओ और 5000 रुपये पाओ! है ना कमाल की योजना।
हर महीने दिया जाएगा पैसा
एमपी में छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने मप्र सरकारक की तरफ से कई तरह की योजनाएं जनहित में चलाई जा रही हैं। इन्हीं में से एक योजना का नाम है-गांव की बेटी योजना। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि अगर बेटियां गांव में रहकर पढ़ाई करती हैं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में अच्छे 60 प्रतितशत नंबर लाती है, तो उसे सरकार की तरफ से हर महीने पैसा दिया जाएगा।
बेटी योजना का पैसा मिलेगा?
एमपी में गांव की बेटी योजना क्या है? इस योजना के लिए आवेदन कैसे करना होगा? 12वीं में कितने फीसदी नंबर लाने के बाद गांव की बेटी योजना का पैसा मिलेगा? ये जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होगी?
ये है गांव की बेटी योजना
बता दें कि गांव में रहने के बाद भी पढ़-लिखकर अपना भविष्य संवारने का सपना देख रहीं बेटियों को एमपी की मोहन सरकार अपनी तरफ से हरसंभव मदद करने का प्रयास कर र ही है। इसी के लिए ‘गांव की बेटी योजना’ की शुरुआत की गई। इस योजना के अंतर्गत गांव में रहकर पढ़ाई करने वाली मेधावी छात्राओं को राज्य सरकार की तरफ से आर्थिक मदद मिलती है। इस योजना के अंतर्गत हर गांव से 12वीं में अच्छे नंबर लाने वाली छात्राओं को हर महीने आर्थिक मदद दी जाती है।
इस तरह बनेगा गांव की बेटी प्रमाण पत्र
एमपी के हर गांव के हर स्कूल में 12वीं में प्रथम से पास होने वाली छात्राओं की सूची बनाई जाएगी। फिर मेरिट लिस्ट में छात्रा का नाम, पिता का नाम, स्कूल का नाम, नंबर और पास प्रतिशत लिखा होगा। इसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल इस सूची को जपं सीईओ को सौंपेंगे। इसके बाद मुख्य कार्यपालन अधिकारी एक समिति का गठन करेंगे।
समिति गांव की बेटी का प्रमाण पत्र जारी करेगी
समिति में जपं सीईओ के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि, आदिम जाति व अनुसूचित जाति कल्याण विभाग के एक प्रतिनिधि, उच्च शिक्षा विभाग के एक प्रतिनिधि और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी होंगे। यह समिति छात्राओं को गांव की बेटी प्रमाण पत्र जारी करेगी।
31 जुलाई 2025 तक करें आवेदन
योजना का लाभ लेने के लिये गांव की बेटी योजना के लिए शैक्षणिक सत्र के 31 जुलाई तक ओवदन फॉर्म देना होगा। हालांकि सरकार चाहे तो इन तारीखों में बदलाव कर सकती है। गांव की बेटी योजना एक प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना है। इसी बीच अगर छात्रा को कोई दूसरी योजना का भी लाभ मिल रहा है, तो वह जारी रहेगा।
15 कार्य दिवसों के अंदर अपील करनी होगी
सबसे बड़ी बात ये है कि गांव की बेटी योजना से संबंधित अगर किसी भी तरह का विवाद है तो उसे 15 कार्य दिवसों के अंदर अपील करनी होगी। यह अपील मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत के समक्ष करनी होगी। हां, अगर छात्रा सरकारी स्कूल की पांच किलोमीटर की परिधि से बाहर किसी प्राइवेट मान्यता प्राप्त स्कूल से 12वीं पास की है तो भी आवेदन कर सकती है।