Health Tips: मोटापा बनाम ज्यादा वजन: जानें फर्क, नुकसान और बचाव के तरीके

Health Tips: मोटापा और अधिक वजन में अंतर जानना जरूरी है। बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) के आधार पर मोटापा और वजन की श्रेणियां तय होती हैं। अधिक वजन में स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा कम होता है, लेकिन मोटापे में जटिलताएं बढ़ सकती हैं। मोटापा शरीर में अत्यधिक वसा के कारण होता है, जो शारीरिक कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। बचाव के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और अनुशासित जीवनशैली अपनाना फायदेमंद होता है।

Health Tips: उज्जवल प्रदेश डेस्क. मोटापा और अधिक वजन में क्या फर्क है? जानें बीएमआई की भूमिका, स्वास्थ्य पर प्रभाव और वजन को नियंत्रित करने के आसान उपाय। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर खुद को फिट और चुस्त रखें। मोटापा और अधिक वजन, दोनों ही स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर मुद्दे हैं, लेकिन इनमें महत्वपूर्ण अंतर होता है। मोटापे के कारण शारीरिक और मानसिक सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जबकि अधिक वजन होने पर स्थिति को संतुलित जीवनशैली के जरिए नियंत्रित किया जा सकता है। इस लेख में जानें दोनों स्थितियों के बीच के अंतर, उनके लक्षण, स्वास्थ्य पर प्रभाव और बचाव के उपाय।

Also Read: Health Tips: कड़ाके की ठंड में हाइपोथर्मिया से रहें अलर्ट

क्या है मोटापा और ज्यादा वजन में अंतर? – Health Tips

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा और ज्यादा वजन एक सामान्य समस्या बन चुकी हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दोनों स्थितियों में बड़ा अंतर है? विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2022 में 18 वर्ष से अधिक आयु के करीब 250 करोड़ लोग ज्यादा वजन की समस्या से जूझ रहे थे। परंतु इनमें से सभी को मोटापे की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता। मोटापा और ज्यादा वजन, दोनों ही शरीर में अत्यधिक वसा के कारण होते हैं, लेकिन इनके प्रभाव और स्वास्थ्य संबंधी परिणाम अलग-अलग होते हैं। आइए, जानते हैं दोनों स्थितियों का अंतर, इनके नुकसान और इनसे बचने के
आसान उपाय।

बीएमआई: मोटापा और ज्यादा वजन का निर्धारक बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) एक ऐसी विधि है, जो आपके वजन और लंबाई के अनुपात को मापकर यह निर्धारित करती है कि आपका वजन सामान्य, ज्यादा या मोटापे की श्रेणी में आता है।

मोटापा: यदि आपका बीएमआई 30 या उससे अधिक है, तो यह मोटापे की श्रेणी में आता है।

ज्यादा वजन: यदि बीएमआई 25 से 29.9 के बीच है, तो यह ज्यादा वजन की श्रेणी में माना जाता है।

स्वास्थ्य पर प्रभाव

मोटापा: यह स्थिति गंभीर बीमारियों जैसे उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ा देती है। साथ ही, यह शारीरिक गतिविधियों में भी रुकावट पैदा करती है।
ज्यादा वजन: इसमें भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

Also Read: Health Tips: विंटर सीजन में बच्चों में बढ़ जाता है रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन

मोटापा और ज्यादा वजन से बचाव के तरीके

पानी का सेवन बढ़ाएं

दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं। इससे भूख पर नियंत्रण होगा और शरीर से अतिरिक्त वसा घटाने में मदद मिलेगी।

संतुलित आहार लें

    • छोटे हिस्सों में भोजन करें।
    • घर का बना पोषक भोजन खाएं।
    • ज्यादा तला-भुना और पैकेज्ड फूड से बचें।

नियमित व्यायाम करें

रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करें। इससे शरीर की कैलोरी बर्न होगी और मेटाबॉलिज्म तेज होगा।

खाने की मात्रा पर नियंत्रण

भूख से थोड़ी कम मात्रा में खाएं। छोटी प्लेट का उपयोग करें ताकि ज्यादा खाने की आदत पर रोक लग सके।

तनाव प्रबंधन करें

योग और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। तनाव वसा के जमाव को बढ़ा सकता है।

सही समय पर उपचार लें

यदि मोटापे की समस्या गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें। सर्जरी, दवाइयों या चिकित्सकीय उपायों की आवश्यकता हो सकती है। ज्यादा वजन को शुरुआत में ही नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में बदलाव करना पर्याप्त होता है।

Also Read: Vitamin D की कमी को पहचानें इन 7 बातों से

निष्कर्ष : मोटापा और ज्यादा वजन, दोनों ही स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं, लेकिन सही जागरुकता और उपायों से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। याद रखें, स्वस्थ जीवनशैली ही लंबा और खुशहाल जीवन जीने की कुंजी है।

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार… More »

Related Articles

Back to top button