कैसे बचाएं टैक्स? शेयर और म्यूचुअल फंड से कमाई पर Tax Saving का स्मार्ट तरीका

Tax Saving: मार्च 2025 तक का समय निवेशकों के लिए अहम है। टैक्स बचाने के लिए "टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग" अपनाएं। घाटे में चल रहे स्टॉक्स बेचकर कैपिटल गेन टैक्स को कम करें। यह तरीका लॉन्ग टर्म रिटर्न को अधिकतम करने में मदद करता है। जानिए, कैसे यह रणनीति आपके निवेश पर टैक्स बचाने में कारगर साबित हो सकती है।

Tax Saving: उज्जवल प्रदेश डेस्क. वित्त वर्ष 2025 की समाप्ति नजदीक है और यह समय निवेशकों के लिए अपनी टैक्स प्लानिंग को अंतिम रूप देने का है। अगर आपने इस साल शेयर बाजार से प्रॉफिट कमाया है, तो टैक्स देनदारी को कम करने के लिए टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग का लाभ उठाया जा सकता है। यह एक कानूनी तरीका है जिससे आप अपने नुकसान को प्रॉफिट के मुकाबले एडजस्ट कर सकते हैं और टैक्स बचा सकते हैं। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह रणनीति कैसे काम करती है और आपको इससे क्या फायदे हो सकते हैं।

एक महीना बचा, कर लें टैक्स प्लानिंग

शेयर और इक्विटी-म्यूचुअल फंड से हुई कमाई पर टैक्स बचाने के लिए सही रणनीति अपनाना बेहद जरूरी है। वित्त वर्ष 2025 की समाप्ति में अब सिर्फ एक महीना शेष है, ऐसे में निवेशकों को अपनी टैक्स प्लानिंग को अंतिम रूप देना चाहिए। खासकर वे लोग जिन्होंने इस साल बाजार में अच्छा प्रॉफिट कमाया है, उनके लिए टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है।

क्या है टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग?

टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग एक ऐसी रणनीति है जिसमें घाटे में चल रहे स्टॉक्स को बेचकर उस नुकसान को प्रॉफिट के मुकाबले समायोजित किया जाता है, जिससे कैपिटल गेन टैक्स कम हो जाता है। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य आपकी टैक्स देनदारी को कम करना और आपके लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट रिटर्न को बढ़ाना होता है।

कैपिटल गेन टैक्स के नियम: कैपिटल गेन दो प्रकार के होते हैं शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म

  • यदि आप इक्विटी शेयर को 12 महीने से कम समय के लिए रखते हैं और उसमें लाभ कमाते हैं, तो उस पर 20% शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगता है।
  • वहीं, यदि निवेश एक साल से अधिक का है तो 1.25 लाख तक का लाभ टैक्स फ्री होता है। इस सीमा से अधिक के लाभ पर 12.5% लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगाया जाता है।
  • डेट फंड्स के मामले में, आपकी होल्डिंग अवधि चाहे जो भी हो, टैक्स आपकी इनकम स्लैब के आधार पर लगेगा।

कैसे करें टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग?

अगर आपके पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक्स घाटे में हैं, तो उन्हें बेचकर उस नुकसान को अपने प्रॉफिट के मुकाबले एडजस्ट किया जा सकता है।

मान लीजिए, आपने 5 हजार रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 100 स्टॉक्स खरीदे थे, लेकिन अब उनकी कीमत 4 हजार रुपए प्रति शेयर हो गई है। इससे कुल एक लाख रुपए का नुकसान हुआ। अगर आपके पोर्टफोलियो में किसी अन्य स्टॉक से एक लाख का शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन हुआ है, तो इस नुकसान को उसके खिलाफ समायोजित कर सकते हैं, जिससे 20% टैक्स बचाया जा सकता है।

31 मार्च से पहले क्या करें?

  • पोर्टफोलियो का विश्लेषण करें: उन स्टॉक्स की पहचान करें जो नुकसान में हैं और जिनका उपयोग टैक्स बचाने के लिए किया जा सकता है।
  • लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन बुक करें: 1.25 लाख तक का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स फ्री है, इसलिए इस सीमा तक लाभ निकालने पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
  • घाटे को आगे बढ़ाएं: यदि इस साल आपका घाटा लाभ से अधिक है, तो इसे अगले आठ वर्षों तक भविष्य के मुनाफे से समायोजित किया जा सकता है।
  • फर्स्ट इन, फर्स्ट आउट नियम अपनाएं: जब आप स्टॉक्स बेचते हैं, तो सबसे पहले खरीदी गई यूनिट्स पहले बेची जाती हैं। इससे शॉर्ट टर्म टैक्स देनदारी को नियंत्रित किया जा सकता है।
  • एसआईपी निवेशक रहें सतर्क: एसआईपी से निवेश किया गया पैसा केवल 12 महीने के बाद लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स के योग्य होता है। अगर आप एक साथ सभी यूनिट्स बेचते हैं, तो कुछ पर 20% टैक्स लग सकता है।
  • ब्रोकरेज शुल्क और एसटीटी का ध्यान रखें: स्टॉक्स खरीदने और बेचने पर ब्रोकरेज और सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (एसटीटी) लगता है, लेकिन टैक्स बचत के मुकाबले यह मामूली होता है।

ऐसे समझें टैक्स का गणित

एक्स ने जनवरी 2024 में 5 हजार रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 100 स्टॉक्स खरीदे। फरवरी 2025 में उनकी कीमत 6250 रुपए हो गई, इससे उन्हें 1.25 लाख रुपए का लाभ हुआ। मार्च 2026 में कीमत 7500 हो गई, जिससे कुल 2.5 लाख रुपए का लाभ हुआ। टैक्स लॉस हार्वेस्टिंग न अपनाने पर उन्हें 15,625 रुपए टैक्स देना पड़ता।

वहीं वाय ने जनवरी 2024 में 5 हजार रुपए प्रति शेयर के भाव पर 100 स्टॉक्स खरीदे। फरवरी 2025 में उनके दाम 6250 रुपए हो गए, तो उन्होंने स्टॉक्स बेचकर 1.25 लाख का लाभ बुक कर लिया, जिससे कोई टैक्स नहीं देना पड़ा। बाद में जब स्टॉक्स 7500 रुपए तक पहुंचे, तो उन्होंने फिर निवेश कर लिया और दुबारा लाभ कमाया, लेकिन इस बार भी टैक्स से बच गए। इस तरह, उन्होंने 15,625 रुपए की टैक्स बचत की।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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