PM Kisan Samman Nidhi Yojana में भारी फर्जीवाड़ा, करोड़ों रुपए ट्रांसफर हो गए फर्जी खातों में
PM Kisan Samman Nidhi Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. देश के छोटे तबके के किसान खाद बीज के लिये परेशान न हों । इस उद्देश्य से चलाई गई पीएम किसान निधि योजना में 2025 तक भारी फर्जीवाड़ा सामने आया है। वहीं इस खबर के बाद विभाग के अफसरों में सांसें फूलने लगी है।

PM Kisan Samman Nidhi Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. देश के छोटे तबके के किसान खाद बीज के लिये परेशान न हों । इस उद्देश्य से चलाई गई पीएम किसान निधि योजना में 2025 तक भारी फर्जीवाड़ा सामने आया है। वहीं इस खबर के बाद विभाग के अफसरों में सांसें फूलने लगी है।
पीएम किसान योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, 29 हजार फर्जी खातों में पैसा ट्रांसफर
PM Kisan Yojana: देश के छोटे तबके के किसान खाद बीज के लिये परेशान न हों । इस उद्देश्य से चलाई गई पीएम किसान निधि योजना में 2025 तक भारी फर्जीवाड़ा सामने आया है। वहीं इस खबर के बाद विभाग के अफसरों में सांसें फूलने लगी है। बता दें कि (PM Kisan Yojana) देश की सबसे बड़ी डीबीटी योजना है जिसके अंतर्गत पात्र किसानों को सरकार की तरफ से 6,000 रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। जहां एक तरफ सरकार इस योजना को पारदर्शी बनाने को लेकर तरह–तरह के प्रयास कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर इस योजना में फर्जीवाड़ा सामने आ रहा है।
फर्जी खातों में योजना की राशि कैसे ट्रांसफर हो गई
पीएम किसान निधि का फर्जी तरीके से पैसा ट्रांसफर होने के बाद अब विभाग में खलबली मची हुई है। हालात ये हैं कि अब अधिकारिरयों की नींद हराम हो गई है। बता दें कि राजस्थान में यह मामला सबसे पहले आया है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत लगभग 29 हजार ऐसे फर्जी खातों का पता चला है जिसके अंतर्गत पीएम किसान योजना अंतर्गत मिलने वाली प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि ट्रांसफर कर दी गई।
राजस्थान के पाली जिले के देसूरी गांव का है मामला
बता दें कि राजस्थान के मारवाड़ के पाली जिले के देसूरी का है। यहां किसानों को पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) के अंतर्गत मिलने वाली योजना की राशि (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों के खाते में ट्रांसफर की गई है।
4793 खातों में पहुंची है अवैध राशि
पुलिस की मानें तो देसूरी में यह घोटाला साल 2019 व 2020 का है। जिले के तहसीलदार चौहान ने बताया कि पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की आईडी पर वार्षिक भौतिक सत्यापन के समय लगभग 32 हजार फर्जी ऑनलाइन आवेदन मिले थे। आवेदन पर संदेह होने पर इन आवेदनों का दिसंबर 2020 में अवलोकन कराया गया तो इनमें से अधिकतर आवेदन पश्चिम बंगला और बिहार के थे। ये किसान देसूरी तहसील क्षेत्र के बाहर के हैं और उनके खाते भी बाहर के हैं।
फर्जी तरीके से स्वप्रमाणित किए हुए
पीएम योजना के तहत इससे पहले रानी और मारवाड़ जंक्शन में भी ऐसे फर्जी मामले सामने आ चुके हैं। संदेह की स्थिति पाए जाने पर सभी प्रकरणों का पटवारी द्वारा भौतिक सत्यापन करवाया गया। इसके बाद में करीब 20 हजार अपात्र किसानों को जनवरी 2021 में अपात्र घोषित कर दिया गया। ये खाते सीएससी या सेल्फ रजिस्ट्रेशन के बाद फर्जी तरीके से स्वप्रमाणित किए हुए लग रहे थे। किसान सम्मान निधि की राशि का हस्तांतरण अपात्र किसानों के खाते में हुआ। \
अयोग्य लाभार्थियों से करीब 416 करोड़ रुपए की वसूली हुई
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) जिसे पीएम किसान योजना के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना के तहत इस योजना से जुड़े पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपए की राशि हर चार माह के अंतराल में 2000–2000 रुपए की तीन समान किस्तों में दी जाती है।
इस योजना का पैसा डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के खातों में प्रदान किया जाता है। इस बात का पता चलने पर केंद्र सरकार की ओर से अयोग्य व अपात्र किसानों से पीएम सम्मान के तहत दी गई किस्तों की राशि की वसूली की जा रही है। केंद्र सरकार की ओर से अब तक अयोग्य लाभार्थियों से करीब 416 करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है।
राज्य सरकार पता लगाए फर्जी किसानों को
केन्द्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार ऐसे लाभार्थियों की पहचान करें जो इस योजना के पात्र नहीं हैं, इसके तहत जो व्यक्ति इनकम टैक्स भरते हैं, सरकारी नौकरी में कार्यरत है या सरकारी उच्च पदों पर आसीन है। ऐसे लोग योजना का लाभ नहीं उठा पाएं। यदि ऐसा मामला सामने आए तो उनसे तुरंत योजना के तहत अब तक प्राप्त की गईं किस्तों की वसूली की जाए।