MahaKumbh 2025 में नहीं पहुंचे तो महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को करें स्नान
MahaKumbh 2025 : अगर आप प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी नही लगा पाये तो महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को स्नान करें। आपको वही फल मिलेगा, जो इससे पहले डुबकी लगाने पर मिला है।

Maha Kumbh 2025: उज्जवल प्रदेश डेस्क. अगर आप प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी नही लगा पाये तो महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को कुंभ काअंतिम स्नान करें। आपको वही फल मिलेगा। इससे पहले प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के बाद भी श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। देश-विदेश से स्नानार्थियों के आने के क्रम निरंतर जारी है।पांचवें मुख्य स्नान पर्व बीतने के साथ ही यातायात भी सुगम है, जिसके चलते शहर से नो व्हीकल जोन को समाप्त कर दिया गया है।
कुंभ स्नान काफी फलदायक होता है
ज्योतिष की मानें तो कुंभ का स्नान काफी लाभदायक होता है। आपके तन, मन और कर्म के द्वारा किये गए हजारों योनियों के पाप क्षण भर में भष्म हो जाते हैं। बता दें कि प्रयागराज में कल्पवासियों के लौटने का भी सिलसिला शुरू हो चुका है।इस दिन का स्नान काफी फलदायक होता है और इस दौरान कई प्रमुख तिथियों में स्नान किए जाएंगे।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुंभ में माघ स्नान से पाप का नाश होता है और इस पर्व से बढ़कर कोई पवित्र पर्व भी नहीं है। कहते हैं कि महाकुंभ में नियमों का पालन करके अगर स्नान किया जाए तो यह अश्वमेघ यज्ञ के समान होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
ये हुए महाकुंभ में स्नान
महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन था। दूसरा स्नान 14 जनवरी यानी कि मकर संक्रांति के अवसर में था। तीसरा स्नान 29 जनवरी यानी कि मौनी अमावस्या के दिन किया गया। तो वहीं चौथा बसंत पंचमी पर पर। पांचवां स्नान माघ पूर्णिमा पर किया गया। अब महाकुंभ का आखिरी स्नान 26 फरवरी 2025 को महाशिवरात्रि पर किया जाएगा।
माघी पूर्णिमा पर स्नान प्रारंभ होने से पहले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी रही। शहर से लेकर मेला क्षेत्र के सभी छोटे बड़े रास्तों पर पैदल चलने वाले स्नानार्थियों की भारी भीड़ देखी गई। ऐसे में उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत मेला क्षेत्र के साथ ही प्रयागराज शहर को भी नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया था। इसमें आवश्यक वस्तुओं से संबंधित वाहनों को ही आवागमन की अनुमति नहीं दी गई थी।