India Auto Sales : SUV की रफ्तार बनी जनता की पसंद, अप्रैल की ऑटो बिक्री ने खोले नए ट्रेंड, छोटी कारों की बिक्री में 45% गिरावट

India Auto Sales : अप्रैल 2025 में भारत की ऑटो बिक्री में SUV ने बाजी मारी, जबकि मिनी सेगमेंट कारों की मांग में भारी गिरावट आई। मारुति सुजुकी की छोटी कारों की बिक्री में 45% की गिरावट दर्ज हुई। उपभोक्ताओं की बदलती प्राथमिकताओं और महंगाई ने कार बाजार को नया मोड़ दे दिया।

India Auto Sales : उज्जवल प्रदेश डेस्क. भारत के ऑटो बाजार में अप्रैल 2025 में बड़ा ट्रेंड देखने को मिला, जहां छोटी कारों की मांग बुरी तरह गिर गई, वहीं SUV की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया। बदलती जीवनशैली, वहनीयता की चिंता और युवाओं की प्राथमिकताओं में बदलाव ने वाहन खरीदी के इस समीकरण को पूरी तरह बदलकर रख दिया।

SUV का जलवा, छोटी कारें नाकाम

एंट्री लेवल कारों की बिक्री में आई गिरावट

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी को अप्रैल 2025 में तगड़ा झटका लगा है। कंपनी की मिनी सेगमेंट कारें जैसे ऑल्टो और एस-प्रेसो की बिक्री में 45% की गिरावट दर्ज की गई। अप्रैल 2024 में जहां कंपनी ने 11,519 यूनिट डीलरों को भेजी थीं, वहीं अप्रैल 2025 में यह आंकड़ा घटकर सिर्फ 6,332 यूनिट रह गया।

इतना ही नहीं, कंपनी ने मिनी सेगमेंट की उत्पादन संख्या भी घटा दी है। अप्रैल 2024 में 13,702 यूनिट्स का उत्पादन हुआ था, जो इस साल घटकर 9,714 यूनिट रह गया।

क्यों घट रही है छोटी कारों की मांग?

मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव के मुताबिक, जो लोग एंट्री-लेवल कारें खरीद सकते हैं, उन्हें अब ये भी महंगी लग रही हैं। उन्होंने कहा, “अगर देश की 88% कमाऊ आबादी भी कार खरीदने में सक्षम नहीं है, तो हम कैसे उम्मीद करें कि बाजार में तेजी आएगी?”

इसके पीछे मुख्य कारण हैं…

  • इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण गाड़ियों की कीमतें बढ़ीं
  • बजट के प्रति सजग उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता पर असर
  • बढ़ती ब्याज दरें और डाउन पेमेंट की समस्या

SUV बनी लोगों की पहली पसंद

जहां एक ओर छोटी कारें बिक्री के मैदान में पिछड़ रही हैं, वहीं SUV सेगमेंट में जबरदस्त मांग देखने को मिल रही है। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अप्रैल 2025 में 28% मासिक वृद्धि दर्ज की है। XUV3XO और 5-डोर Thar जैसी SUV मॉडल्स की लोकप्रियता ने कंपनी को हुंडई और टाटा से आगे निकाल दिया है।

महिंद्रा की रणनीति बिल्कुल स्पष्ट है- कोई सेडान नहीं, कोई हैचबैक नहीं, सिर्फ SUV और कॉम्पैक्ट SUV। यह रणनीति युवाओं और शहरी ग्राहकों के बीच खासा लोकप्रिय हो रही है।

सभी तरह के बाजार पर असर

हालांकि, अप्रैल में SUV सेगमेंट ने बाजार को संभाले रखा, लेकिन समग्र रूप से कार बाजार में स्थिरता बनी रही। कुछ मुख्य आंकड़े:

  • कुल मिलाकर कार बिक्री में सालाना आधार पर केवल 1%-2% की वृद्धि का अनुमान
  • पिछले वित्त वर्ष में 4.3 मिलियन यूनिट की बिक्री- अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा
  • घरेलू कार बाजार में वृद्धि की रफ्तार धीमी

COVID के बाद की मांग बढ़ी

कोविड के बाद पेंडिंग डिमांड ने पिछले दो वर्षों में कार बाजार को मजबूती दी थी, लेकिन अब वह असर कम हो रहा है। इसके साथ ही उच्च आधार प्रभाव और वहनीयता की चुनौतियों ने ग्रोथ की गति पर ब्रेक लगा दिया है। ऑटो विश्लेषकों का मानना है कि अगर आयकर स्लैब में कटौती होती है, तो घरेलू मांग में थोड़ी राहत आ सकती है।

आगे बाजार की संभावनाएं…

  • Q2 FY25 तक ग्रोथ में सुधार की उम्मीद
  • कंपनियां SUV पर अधिक फोकस कर रहीं
  • एंट्री-लेवल सेगमेंट में नए मॉडल लाना अब चुनौती

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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