रिंग ऑफ फायर के कारण इंडोनेशिया में भूकंप और तबाही का मंजर

जकार्ता
इंडोनेशिया में भूकंप और सुनामी + के कारण हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार अभी तक मृतकों की संख्या 832 पहुंच चुकी है और आने वाले वक्त में इसके बढ़ने की भी उम्मीद है। सुनामी और भूकंप के कारण पहली बार इंडोनेशिया में जनजीवन बेहाल नहीं हुआ है। 2004 में भी सुनामी की त्रासदी को इंडोनेशिया झेल चुका है। इंडोनेशियाई क्षेत्र को विश्व में रिंग ऑफ फायर के नाम से जाना जाता है और इसी कारण यहां भूकंप आते रहते हैं।
ज्वालामुखियों के केंद्र के कारण कहा जाता है रिंग ऑफ फायर
दुनिया में पृथ्वी पर सक्रिय ज्वालामुखियों में सबसे अधिक इंडोनेशिया + के आसपास के क्षेत्र में पड़ते हैं। ज्वालामुखियों की इसी संख्या के कारण इस इस इलाके को रिंग ऑफ फायर कहा जाता है। सक्रिय ज्वालामुखियों की संख्या भी इस इलाके में दुनिया में मौजूद ज्वालामुखियों का 50 फीसदी है। सक्रिय ज्वालामुखी इतनी अधिक होने के कारण यहां पृथ्वी पर आनेवाले भूकंप में 75% यहीं आते हैं। पिछले महीने भी इस क्षेत्र के लोम्बोक द्वीप पर आए शक्तिशाली भूकंप में 400 से अधिक लोग मारे गए थे।
2004 सुनामी से भी इंडोनेशिया को हुई थी भारी क्षति
साल 2004 में इंडोनेशिया में आए भूकंप की वजह से पैदा हुई सुनामी ने हिंद महासागर + के तटों पर भारी तबाही मचाई थी। भारत के तमिलनाडु और दूसरे तटीय इलाकों में सुनामी की तबाही की वजह से जान-माल की भारी क्षति हुई थी। 2004 की इस सुनामी त्रासदी में दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे और इंडोनेशिया इसका सबसे बड़ा शिकार बना था। सवा लाख मौतें इंडोनेशिया क्षेत्र में ही सुनामी की वजह से हुई थीं।
इंडोनेशिया में भूकंप और सुनामी का असर
29 सितंबर को इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप और इसके आसपास के इलाके को भूकंप और सूनामी ने दहला दिया। इंडोनेशिया की एक डिज़ास्टर एजेंसी के मुताबिक इस आपदा में अभी तक 832 लोग मारे गए हैं। भूकंप का केंद्र पालू शहर से 78 किमी दूर था। देखिए आपदा के बाद की कुछ तस्वीरें और इस मामले की और जानकारी… तबाही के बाद हर तरफ वीरानी और विनाश का मंजर है। इस आपदा के बाद राहत कार्य में खराब मौसम के कारण बार-बार बाधा आ रही है। पालू शहर के अस्पताल के बाहर मृतकों और पीड़ितों को इस हाल में देखकर दुनिया भर के लोगों की आंख नम हो गई। पालू मध्य सुलावेसी प्रांत की राजधानी है। भूकंप की तीव्रता इतनी ज़्यादा थी कि पालू से करीब 900 किमी दूर माकासर तक इसका असर महसूस किया गया। माकासर सुलावेसी द्वीप का सबसे बड़ा शहर है अमेरिका के ज़मीन संबंधी मामलों के वैज्ञानिकों ने बताया कि सुलावेसी के डोंग्गाला कस्बे में 10 किमी की गहराई से तेज़ भूकंप आया। इससे करीब आधे घंटे पहले इसी इलाके में कम तीव्रता का भूकंप आया था।