कानपुर: दिल खोल कर की खरीदारी, 3500 करोड़ रुपये से ज्यादा का हुआ कारोबार

कानपुर
दो वर्ष कोरोना की वजह से बाजार से दूर रही धनतेरस की खुशी इस वर्ष खुद ही दोगुणा हो गई। शनिवार के बाद रविवार को भी धनतेरस के शुभ मुहूर्त में ग्राहकों ने जमकर खरीदारी की। शनिवार के चलते जिन ग्राहकों ने कार, दोपहिया वाहन, फर्नीचर, बर्तनों आदि की खरीदारी टाल दी थी, उन्होंने रविवार को बाजारों का रुख किया।

दुकानदारों ने ग्राहकों का खुले दिल से स्वागत किया। ग्राहकों की मौजूदगी से रोशन बाजारों में दूसरे दिन भी लक्ष्मी का वास रहा। पहले दिन जहां दो हजार करोड़ रुपये से ऊपर की अनुमानित बिक्री हुई तो दूसरे दिन यह आंकड़ा 1,500 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया। इस तरह दो दिनों में बिक्री का नया आसमान छूते हुए कुल 3500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार हुआ।

धनतेरस पर सोने, चांदी के आभूषण, सिक्के और धातु के बर्तन खरीदने की प्राचीन परंपरा है। इस पर्व का शुभ मुहूर्त इस बार दो दिन रहा। इसके चलते शनिवार के बाद रविवार को भी बाजारों में जबदस्त उत्साह नजर आया। दुकानें सजाकर बैठे दुकानदारों की उम्मीदों को ग्राहकों ने भी बेकार नहीं जाने दिया। सराफ बाजार से लेकर बर्तन और इलेक्ट्रानिक उत्पादों के बाजार खरीदारों की भीड़ से गुलजार रहे। बिक्री ने आसमान की नई ऊंचाइयों को छू लिया

सराफा बाजार: रविवार को भी खुले रहे शोरूम, ग्राहकों
बिरहाना रोड, नयागंज, चौक सराफा रविवार को बंद रहते हैं लेकिन धनतेरस का मुहूर्त होने की वजह से ये तीनों बड़े सराफा बाजार खुले रहे। सबसे ज्यादा बड़े शोरूम बिरहाना रोड में हैं। यहां शोरूम में दिनभर ग्राहकों की भीड़ लगी रही। रविवार की वजह से सोने और चांदी के भाव में भी कोई परिवर्तन नहीं आया, इसलिए भी खूब जेवर खरीदे गए। फूलबाग मोड़ से नयागंज सराफा बाजार तक जेवरों की खरीदारी करने वालों की ही आवाजाही लगी रही।

फर्नीचर बाजार: दिन भर दौड़ती रहीं डिलीवरी वैन
फर्नीचर बाजार लगातार तीसरे दिन खुले रहे। गोविंद नगर का फर्नीचर बाजार सबसे बड़ा माना जाता है। यहां शुक्रवार को दिनभर धनतेरस की तैयारी होती रही और इसके बाद से सभी शोरूम लगातार ग्राहकों के लिए खुले हुए हैं। यहां डबल बेड, सोफा सेट, डायनिंग टेबल, ड्रेसिंग टेबल, स्टडी टेबल, माड्यूलर किचन, अलमारी तो बिक ही रहे हैं, पूरे कमरे का लुक बदलने की भी व्यवस्था है। दिनभर डिलीवरी वैन ग्राहकों के घरों में फर्नीचर पहुंचाती रहीं।

सीसामऊ-पी रोड: बर्तनों और कपड़ों की बिक्री ने छुआ आसमान
सीसामऊ और पी रोड बाजार मुख्य रूप से कपड़ों और बर्तनों के लिए प्रसिद्ध हैं। आसपास के क्षेत्रों के साथ ही दूर के मोहल्लों से भी लोग यहां खरीदारी करने आए। कारोबारियों के मुताबिक उम्मीद से कहीं ज्यादा ग्राहक आए हैं। यह कारोबार को दोबारा मजबूत करने वाला धनतेरस है।

कल्याणपुर : फुटकर बाजार में जरूरत का हर सामान
शहर के पश्चिमी क्षेत्र के कल्याणपुर बाजार में दो दिन से ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ है। यहां पनकी से लेकर कल्याणपुर क्रासिंग तक के ग्राहकों की लगातार खरीदारी चलती रही। इस फुटकर बाजार में शायद की कुछ चीजें हों जो न मिलती हों, इसलिए ग्राहकों के लिए भी दूर जाने की कोई जरूरत नहीं थी।

गुमटी: सड़क पर चलने तक की जगह नहीं
गुमटी नंबर पांच में दो वर्ष बाद फिर पुरानी भीड़ देखने को मिली। दुकानें गलियारों तक निकल आईं और उसके बाद सड़कों तक सजी दुकानों में जमकर खरीदारी चलती रही। यहां रेडीमेड कपड़ों से लेकर क्राकरी तक की खूब बिक्री हुई।

नवीन मार्केट: हमेशा की तरह सिरमौर
शहर का हृदय स्थल नवीन मार्केट हर वर्ष की तरह इस बार भी पाश ग्राहकों की पहली पसंद है। दूसरे दिन भी यहां 12 बजते-बजते ग्राहकों की भीड़ बढ़ना शुरू हो गई। गारमेंट, क्राकरी, पूजन सामग्री, फुटवियर, सजावट के सामान सभी कुछ यहां दिनभर खरीदा जाता रहा।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन और कंटेंट निर्माण प्रमुख हैं। दीपक ने कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम करते हुए संपादकीय टीमों का नेतृत्व किया और सटीक, निष्पक्ष, और प्रभावशाली खबरें तैयार कीं। वे अपनी लेखनी में समाजिक मुद्दों, राजनीति, और संस्कृति पर गहरी समझ और दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हैं। दीपक का उद्देश्य हमेशा गुणवत्तापूर्ण और प्रामाणिक सामग्री का निर्माण करना रहा है, जिससे लोग सच्ची और सूचनात्मक खबरें प्राप्त कर सकें। वह हमेशा मीडिया की बदलती दुनिया में नई तकनीकों और ट्रेंड्स के साथ अपने काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।

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