Khategaon News : देवास जिलें में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए आवेदन आमंत्रित

खाद्य प्रसंस्करण उद्यम लगाने के लिए 02 करोड रूपये तक का बैंक ऋण कराया जायेगा उपलब्ध

अनिल उपाध्याय, उज्जवल प्रदेश, खातेगांव.
Khategaon News : देवास उप संचालक उद्यान पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना अंतर्गत देवास जिलें में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए इच्छुक युवाओं एवं व्यक्तियों को ऋण एवं अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए इच्छुक लोगों से आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। योजना में खाद्य प्रसंस्करण उद्यम लगाने के लिए 02 करोड रूपये तक का बैंक ऋण उपलब्ध कराया जायेगा।

इस योजना में प्रसंस्करण इकाई की स्थापना पर 35 प्रतिशत अनुदान एवं 03 प्रतिशत ब्याज माफ किया जायेगा। अधिकतम अनुदान 10 लाख रूपये तक ही दिया जायेगा। आवेदक के पास स्वंय के भू-स्वामित्व की भूमि होना चाहिए और उसे 08वीं कक्षा पास होना चाहिए। उक्त कार्य के लिए आप जिला रिसोर्स पर्सन श्री रितुराज शर्मा (मो. नं. 9977590808) से संपर्क कर सकते हैं।

उप संचालक उद्यान श्री पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि योजना में फल उत्पाद के अंतर्गत आम का अचार, अमचुर, अमावट, जूस इत्यादि, अमरूद जैली, जेम, जूस, आवंला, केण्डी, चूर्ण, सुपारी, मुरब्बा, नींबू का अचार, मार्मलैंड, स्कवास, पाउडर, सब्जी उत्पाद में टमाटर केचप, चटनी सॉस, ड्राय चिली, पाउडर, ग्रीन मिर्च पाउडर, करेला अचार, करेला जूस, आलू चिप्स, मसाला उत्पाद में हल्दी, धनिया, मिर्च पाउडर, अदरक सोंठ, ड्राय प्याज, लहसुन पेस्ट, अचार मसाला चक्की, अनाज उत्पाद में चावल मिल, आटा मिल, दाल मिल, आटा चक्की, पोहा मिल, पल्वराइज मिल, गीला मसाला/गीली दाल पीसने वाली चक्की, धान मिल तथा अन्य उत्पाद में पापड, पास्ता, नमकीन, कुरकुरे, टेस्टी, बेड, टोस्ट, साबुदाना उद्योग, बरी, गुड, तेल मिल, पेठा, गजक, चिक्की, पशु/पोल्ट्री आहार, मछली, पोल्ट्री, मांस फ्रीजिंग, मिल्क पाइंट, पनीर, घी उद्योग केप्सूल तैयार करने की इकाइ लगाई जा सकती है।

Sourabh Mathur

सौरभ माथुर एक अनुभवी न्यूज़ एडिटर हैं, जिनके पास 13 वर्षों का एडिटिंग अनुभव है। उन्होंने कई मीडिया हॉउस के संपादकीय टीमों के साथ काम किया है। सौरभ ने समाचार लेखन, संपादन और तथ्यात्मक विश्लेषण में विशेषज्ञता हासिल की, हमेशा सटीक और विश्वसनीय जानकारी पाठकों तक पहुंचाना उनका लक्ष्य रहा है। वह डिजिटल, प्रिंट और ब्रॉडकास्ट मीडिया में भी अच्छा अनुभव रखतें हैं और पत्रकारिता के बदलते रुझानों को समझते हुए अपने काम को लगातार बेहतर बनाने की कोशिश करते रहतें हैं।

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