Laddu Gopal Puja Niyam: बासी तुलसी न चढ़ायें एकादशी व रविवार को छोड़कर

Laddu Gopal Puja Niyam: लड्डू गोपाल की सेवा करने वालों के कुछ नियम हैं। अगर उस नियम के तहत उनकी सेवा की जाए तो भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है।

Laddu Gopal Puja Niyam: उज्जवल प्रदेश डेस्क. लड्डू गोपाल की सेवा करने वालों के कुछ नियम हैं। अगर उस नियम के तहत उनकी सेवा की जाए तो भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है। बता दें कि घर में लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है और कुछ घरों में उनके बाल रुप की सेवा भी विधि-विधान से की जाती है तो वहीं कान्हा के भक्त लड्डू गोपाल की परिवार के सदस्य की तरह सेवा करते हैं. लेकिन लड्डू गोपाल की पूजा के लिए।

लड्डू गोपाल को प्रिय है तुलसी

बता दें कि गोपाल जी को तुलसी बहुत प्रिय होती है, उन्हें लगाए गये भोग तुलसी के बिना अधूरे कहे जाते हैं. इसलिए उन्हें भोग लगाने के लिए उसमें तुलसी के पत्ते जरूर डाले जाते हैं. अक्सर देखा गया है कि तुरंत ही तुलसी का पत्ता तोड़ कर भोग में डाल दिया जाता है. लेकिन कई बार किसी कारण के तुलसी का पत्ता नहीं तोड़ पाते तो उन्हें हम एक दिन की बासी तुसली चढ़ा देते हैं।

हर अनुष्ठान या छोटी-बड़ी पूजा में तुलसी के पत्तों को रखा जाता है

ज्योतिष व पुराणों की मानें तो पूजा-पाठ के समय शुद्धता का सबसे ज्यादा महत्व है. वहीं तुलसी को हमेशा से ही पवित्रता और शुद्धता से जोड़कर हम देखते हैं. इसलिए हर पूजा पाठ या छोटी-बड़ी पूजा में तुलसी के पत्तों को हम जरूर रखते हैं। वहीं कई बार बासी तुलसी की पत्तियों का पूजा में इस्तेमाल या भगवान को अर्पित करने की मनाही होती है.

तुलसी की पत्तियां सूखी व खराब न हों

सबसे बड़ी बात ये है कि अगर आपको रविवार या एकादशी के दिन तुलसी का पत्ता चढ़ाना है तो इन दिनों आप पहले से टूटी हुई तुलसी की पत्तियां लड्डू गोपाल को चढ़ा सकते हैं. हां, आपको इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि तुलसी की पत्तियां सूखी हुई या खराब ना हो क्योंकि ऐसी तुलसी की पत्तियां पूजा के लिए उपयुक्त नहीं मानी जाती है.

इस तरह करें बासी तुलसी का उपयोग

शास्त्रों में उल्लेख है कि अगर आप किसी कारण से तुलसी की ताजी पत्तियों को तोड़ने में समर्थ नहीं हैं तो इस स्थिति में आप तुलसी की पत्तियों को एक तांबे के लोटे में जल भरकर उनमें जालकर रखें और फिर इन पत्तियों को आप इस्तेमाल कर सकते हैं.बासी तुलसी की पत्तियां सुखी हुई नहीं होनी चाहिए. तब ही आप इसे भोग में डालकर लड्डू गोपाल को चढ़ा सकते हैं.

सूखी और कटी फटी न हों

इस बात का हमेशा ध्यान देना चाहिये कि लड्‌डू गोपाल की पूजा में तुलसी की बासी पत्तियों का उपयोग बिलकुल नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि पत्तियां सूखी और कटी फटी न हों. ऐसी पत्तियों का पूजा में उपयोग करना शुभ नहीं माना जाता है. कुछ दिन ऐसे होते हैं जब तुलसी की पत्तियों को तोड़ने की मनाही होती।

नोट: हम इन सभी बातों की पुष्टि नहीं करते। अमल करने से पहले संबंधित विषय विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Deepak Vishwakarma

दीपक विश्वकर्मा एक अनुभवी समाचार संपादक और लेखक हैं, जिनके पास 13 वर्षों का गहरा अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं में कार्य किया है, जिसमें समाचार लेखन, संपादन… More »

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