गूगल ने प्रति सेकेंड 100 गलत विज्ञापनों को हटाने का लिया फैसला

आजकल के डिजिटल जमाने में लोग गूगल के ना जुड़े हो ऐसा हो नहीं सकता है। हर इंसान सोशल मीडिया और इंटरनेट के जमाने में गूगल से जुड़ा है। गूगल के जरिए कई लोग अपने व्यापार को बढ़ावा देते हैं। लोग गूगल में विज्ञापन डालते हैं जिसके जरिए उनकी कमाई होती है। गूगल इन गतिविधियों पर बड़ी बारिकी से नजर रखता है। अब गूगल ने इस मसले पर एक बड़ा कदम उठाया है।
गूगल का बड़ा फैसला
दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल उसकी नीतियों और नियमों का उल्लंघन किए जाने के कारण प्रति सेकेंड लगभग 100 'बुरे' (स्कैम) विज्ञापनों को हटा रही है। इसके अलावा भविष्य में ऐसे विज्ञापनों से बचने के लिए जल्द ही प्रमाणन कार्यक्रम शुरू करेगी।
द वाल स्ट्रीट जर्नल की यह रिपोर्ट कि 'स्कैमर एप्पल इंक जैसी कंपनियों के लिए सर्च एड की खरीदारी कर रहे हैं' प्रकाशित होने के बाद गूगल ने शनिवार को कहा कि वह स्कैमर के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। गूगल के ग्लोबल प्रोडक्ट पॉलिसी के निदेशक डेविड ग्राफ ने कहा, सिर्फ पिछले साल ही हमने हमारे नियमों का उल्लंघन करने वाले 3.2 अरब विज्ञापनों को हटाया था। यह 100 से ज्यादा विज्ञापन प्रति सेकेंड होता है।
लोगों को गलत जानकारी से बचाना मकसद: गूगल
उन्होंने कहा, हम और कदम उठा रहे हैं। हमने स्कैम एड की बढ़ती संख्या दर्ज की है और वैश्विक रूप से इस श्रेणी में विज्ञापनों को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है। आने वाले कुछ महीनों में गूगल प्रमाणन कार्यक्रम शुरू करेगा, जिससे ऐसे विज्ञापनों को पहले ही रोका जा सके।
गूगल ने कहा, हमारी प्राथमिकता स्वस्थ विज्ञापन माहौल कायम रखना है और इसका मतलब लोगों को गलत जानकारी, गलत और हानिकारक विज्ञापनों से बचाना है। स्कैमर्स द्वारा गलत विज्ञापन तैयार करने के लिए गूगल का विज्ञापन तंत्र इस्तेमाल करने के बाद यह कदम उठाया गया।
गूगल पर लोगों को काफी भरोसा
निश्चित तौर पर गूगल के इस कदम से साफ है कि कंपनी लोगों को अपने माध्यम से किसी भी प्रकार की गलत या स्पैम जानकारियों को साझा होने नहीं देना चाहती है। गूगल पर आने वाले स्पैम एड का प्रभाव लोगों पर काफी ज्यादा पड़ता है। गूगल की एक अच्छी और विश्वसनीय छवि अपने यूजर्स के सामने बनी हुई है। यूजर्स गूगल पर आने वाली बात पर आंख बंद करके भी भरोसा कर लेते हैं। ऐसे में गूगल भी इस भरोसे को कायम रखना चाहती है। जिसकी वजह से उसने 100 'बुरे' (स्कैम) विज्ञापनों को हटाने का फैसला लिया है।