पितृपक्ष 2018: दान करने से होता है पितृ दोष दूर, घर में होती है बरकत

पितृपक्ष का समय पूर्वजों का माना जाता है। इस वक़्त उन्हें याद किया जाता है और उनके नाम पर पूजा कराई जाती है। हिंदू धर्म में इसका बहुत महत्व होता है क्योंकि ऐसी मान्यता है की इस दौरान श्राद्ध, पिंडदान आदि जैसे कार्य करने से हमारे पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और वे प्रसन्न होते हैं। लेकिन कुछ चीज़ें ऐसी भी होती हैं जिनसे हमारे पूर्वज क्रोधित भी होते हैं और हमारा जीवन कष्टों से भर जाता है।

कुछ कार्य ऐसे होते है जिन्हें सिर्फ ईश्वर ही नहीं बल्कि हमारे पितृ भी वर्जित मानते हैं और ऐसे काम करने से पितृ दोष लग जाता है। जिस तरह से हर एक समस्या का समाधान होता है ठीक उसी प्रकार पितृ दोष दूर करने के भी कुछ आसान और सरल उपाय हैं।
पितृपक्ष में दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं इस दौरान दान करने से पितृ बहुत खुश होते हैं और पितृ दोष भी समाप्त होता है। इस दौरान आप इन चीजों का दान करें और उनसे अच्छे कल के लिए आशीर्वाद मांगे।

अनाज
गेहूं, चावल आदि का दान यदि संकल्प के साथ किया जाए तो पितृदोष दूर होता है। साथ ही आपकी मनोकामना की भी पूर्ति होती है।

गाय
गौ दान को सबसे बड़ा दान माना जाता है। पितृपक्ष के दौरान गौ दान करना बेहद शुभ माना जाता है। इससे पितृ दोष तो दूर होता ही है साथ ही घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

सोना
ऐसी मान्यता है की सोने का दान करने से घर में शांति बनी रहती है। यदि आप सोना दान नहीं कर सकते तो इसके स्थान पर आप अपने सामर्थ्य अनुसार पैसे का दान कर सकते हैं। इससे भी आपको लाभ प्राप्त होगा।

नमक
पितृपक्ष में नमक दान करने से भी हमारे पूर्वज प्रसन्न होते हैं। जी हां, इस दौरान आप नमक का दान करें। इससे पितृ दोष दूर हो जाता है।

भूमि
ज़मीन का दान भी बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यदि आप किसी ज़रूरतमंद को थोड़ी सी अपनी ज़मीन दान में देंगे तो ऐसा करने से आपकी भी आर्थिक समस्या दूर हो जाएगी और आपके घर धन धान्य से भर जाएगा।

शुद्ध देसी घी
गाय का घी दान करने से परिवार में खुशियां बनी रहती है और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आप पूजा करके सच्चे और साफ़ मन से घी का दान करें।

वस्त्र
यदि आप किसी ब्राह्मण को धोती, अंगोछा या फिर गरीबों को वस्त्र दान करते हैं तो आपका पितृ दोष समाप्त हो जाएगा। याद रखिये दान करने वाले वस्त्र नए और साफ होने चाहिए। घर के पुराने या पहने हुए वस्त्र ना दें।

तिल
पिंडदान और श्राद्ध में तिल के उपयोग का बहुत ही महत्त्व होता है। कहते हैं काले तिल का दान करने से मनुष्य के जीवन में आने वाली समस्त बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही यह आने वाली विपत्तियों से भी बचाता है। पितृ दोष से बचने के लिए या फिर उसे समाप्त करने के लिए तिल का दान ज़रूर करें।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Join Our Whatsapp Group