Daughters Day 2023 : बिटिया रानी को समर्पित दो कविताएं
आशी प्रतिभा दुबे (स्वतंत्र लेखिका), उज्जवल प्रदेश, ग्वालियर
कविता – 1 “बिटिया रानी”
छंदों में अलंकार,
कविताओं में संस्कार
खूबसूरत कलाकृति
मोहब्बत में मुमताज
महकती फूलो की सांझ
सुबह की चहचहाट,
घर की मुस्कुराहट ,
आनंद ही आनंद
माता की छवि
पिता का प्यार …….
बिटिया से ही सब संसार ।।
कविता – 2 “प्यारी बेटियां”
बिटिया से हो रहा जीवन में ,
नित खुशियों का देखो संचार। ।
हस्ती खेलती बड़ी हुई ,
हुआ जीवन का विस्तार।।
घर में प्रेम बरसे बिटिया से ,
पूर्ण रहे सदा सभी परिवार
हर दिन दिवाली ,होली घर में
नित नई रंगोली जैसी बाहर ।।
हस्ती और हसाती सभी को ,
महकता इनसे पूरा परिवार
चहचहाट चिड़िया जैसी प्यारी
उड़ जाती एक दिन ससुराल।।
पली-बढ़ी मां बाबा के घर में
मायके का करती है नाम
अपने संस्कारों से रोशन करें
बिटिया रानी दुनिया और जहान।।