अंकुर महा-पौध-रोपण अभियान में सर्वाधिक लोकप्रियता पर है आम

भोपाल

अंकुर महा पौध-रोपण अभियान में प्रदेशवासियों ने सर्वाधिक रूचि आम में दिखाते हुए सबसे ज्यादा 5 लाख 10 हजार आम के पौधे रोपे हैं। नीम के 2 लाख 10 हजार, अशोक एक लाख 50 हजार, करंज एक लाख 10 हजार, आँवला एक लाख, पीपल 80 हजार, शीशम 70 हजार, गुलमोह 70 हजार, इमली 50 हजार, बेर और कचनार 40-40 हजार, सागौन-चम्पा-बरगद-सहजन 30-30 हजार, अचार-शहतूत-आकाशनीम-गूलर-मधुकामिनी-पलाश और महुआ के 20-20 लाख, पारस पीपल-कुसुम-करधई-जंगल जलेबी-पाकर-सुबबूल-कैम-महानीम-नीला गुलमोहर-तेंदु और शिरीष के 10-10 पौधे रोपे गए हैं। लोगों ने हजारों की संख्या में मौलश्री, साज, त्रिलमा, बकाइन, धामन, बीजा, पापलर, साल, तून, धावड़ा, सेलिक्स, हल्दू, लोढ़ा और शिकाकाई के पौधे रोपे हैं। इनके अलावा साढ़े 7 लाख अन्य पौधे शामिल हैं।

अंकुर अभियान में अब तक प्रदेश में 9 लाख 95 हजार 463 लोगों ने पंजीयन करवाया है। इनमें 3 लाख 28 हजार 205 महिलाएँ और 6 लाख 64 हजार 104 पुरूष प्रतिभागी हैं। प्रतिभागियों ने अब तक पौध-रोपण की 26 लाख 3 हजार 148 प्रथम फोटो, 2 लाख 74 हजार 59 द्वितीय फोटो और 40 हजार 225 तृतीय फोटो वायुदूत एप पर अपलोड की है। शासन द्वारा नियुक्त किये गये वेरीफायर्स द्वारा 4 हजार 842 पौध-रोपण का वेरीफिकेशन किया जा रहा है।

पंजीकृत लोगों में सर्वाधिक 61 हजार लोगों ने शिवपुरी जिले में, 48 हजार इंदौर, 36 हजार भोपाल, 35 हजार छिंदवाड़ा, अशोकनगर और ग्वालियर में 26-26 हजार, मुरैना-नर्मदापुरम-गुना में 25-25 हजार, खरगोन में 24 हजार, धार-झाबुआ में 22-22 हजार, जबलपुर 21 हजार, सिवनी-अलीराजपुर-खंडवा-रायसेन-बुरहानपुर 20-20 हजार, बैतूल-उज्जैन-रीवा-बड़वानी-सीहोर 19-19 हजार, श्योपुर-भिंड-अनूपपुर 18-18 हजार, देवास 17 हजार, बालाघाट 16 हजार, छतरपुर-सागर-कटनी-नीमच 15-15 हजार, सतना-मंदसौर-नरसिंहपुर-राजगढ़ 14-14 हजार, आगर मालवा-रतलाम-उमरिया-विदिशा में 13-13 हजार, टीकमगढ़ 12 हजार, हरदा और दमोह में 11-11 हजार, शहडोल-निवाड़ी-मंडला-सिंगरौली और डिंडोरी में 10-10 हजार, सीधी-पन्ना 9-9 हजार और शाजापुर जिले में 7 हजार लोगों ने अभियान में पंजीयन कराया है।

 

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