डायल 100: जवानों के कंधे पर होगा बॉडी वॉर्न कैमरा

भोपाल
प्रदेश में डायल 100 की नई व्यवस्था में अब पुलिस जवान जब सामने वाले व्यक्ति से बात करेगें तो उसकी रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद कैमरे में आॅटोमैटिक हो जाएगी। इतना ही नहीं गाड़ी के अंदर भी भी पूरे समय की रिकॉर्डिंग हुआ करेगी। यह व्यवस्था जल्द ही प्रदेश में लागू होने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि जुलाई से डायल 100 के जवान इन व्यवस्थाओं के साथ लैस रहेंगे।

डायल 100 अब और भी आधुनिक होने जा रही है। इसमें तैनात पुलिसकर्मियों के कंधे पर एक कैमरा लगा होगा। बॉडी वार्न कैमरे से हर डायल 100 की गाड़ी में एक जवान रहेगा। जो सामने वालों से बात करने के दौरान आॅन रहेगा। इस दौरान पुलिसकर्मी और सामने वाले की बीच होने वाले बातचीत के साथ ही उनके हर एक्शन इस कैमरे में रिकॉर्ड हो जाएंगे।

इसके अलावा हर गाड़ी में एक डैश बोर्ड कैमरा भी लगाया जाएगा। यह कैमरा सामने की सड़क और गाड़ी के अंदर की रिकॉर्डिंग करेगा। इसके जरिए यह भी पता चलेगा कि पुलिस की गाड़ी किस रास्ते से गई और जब घटना स्थल पहुंची तो उसके सामने की सड़क की स्थिति क्या थी। वहीं गाड़ी के अंदर भी पुलिसकर्मी क्या कर रहे हैं, इसकी भी रिकॉर्डिंग डैश बोर्ड कैमरे के जरिए हो जाएगी। बॉर्ड वार्न कैमरे और डैश बोर्ड कैमरों में सात दिन तक के स्टोरेज की क्षमता उसके अंदर ही रहेगी। इसके बाद इन्हें अपने दोनों कैमरे की रिकॉर्डिंग संबंधित पुलिस अफसरों के जरिए पुलिस कंट्रोल रूम तक भेजना होगी।

 128 जीबी तक मेमोरी बढ़ा सकेंगे
जीआरपी जवानों को दिए जा रहे बॉडी वार्न कैमरों में कई आधुनिक फीचर्स हैं। बताया जा रहा है कि ये कैमरे माइनस 10 डिग्री और अधिकतम 50 से डिग्री तापमान तक में काम करेंगे। ये वाटरप्रूफ नाइट विजन कैमरे है। इनमें 32 जीबी की इनबिल्ट मेमोरी है। आवश्यकता होने पर इसे 128 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा।

एक बार चार्ज होने पर 16 घंटे सर्विस
बॉडी वार्न कैमरा आकार में छोटा है। इसे आसानी से सामने की ओर जेब के ऊपर या कंधे पर लगाया जा सकता है। इसकी बैटरी एक बार चार्ज होने पर करीब 16 घंटे तक चलती है। ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मी किसी से पूछताछ करते हैं या विवाद होता है, तो इसकी कार्रवाई को रेकॉर्डिंग पारदर्शी बनाती है। हर गतिविधि को ऑटोमेटिक कैप्चर करता है।

रेकॉर्डिंग में छेड़छाड़ नहीं हो सकती
पुलिसकर्मियों के जेब में लगे ये बॉडी वार्न कैमरे यात्रियों और अवांछितों की चेकिंग के दौरान ऑडियो-वीडियो रेकॉर्डिंग करेगा। इस कैमरे की रेकॉर्डिंग के साथ कोई छेड़छाड़ या रेकॉर्डिंग को डिलीट करना संभव नहीं है। जीपीएस के माध्यम से कैमरे को सीधा कंट्रोल से जोड़ा जाएगा। इससे हर घटना सीधे जीआरपी कंट्रोल रूम तक भी आसानी से पहुंच सकेगी।

इनका कहना
नई गाईड लाइन जो बनाई गई है, उसके अब डायल 100 की हर गाड़ी में एक डैश बोर्ड कैमरा लगा होगा। वहीं हर गाड़ी के एक जवान को कंधे पर बॉडी वार्न कैमरा लगाया जाएगा। जरुरत अनुसार इनकी रिकॉर्डिंग भी सुरक्षित रखी जाएगी।
संजय झा, एडीजी, टेलीकम्यूनिकेशन

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