सतना में विरोधियों ने बिटिया को निर्विरोध चुना निर्दलीय पार्षद
सतना
यह तो आपने कई बार सुना होगा कि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता। भाई-भाई के खिलाफ और पुत्र पिता के खिलाफ चुनाव में उतर जाता है। लेकिन, इन सबसे इतर मध्यप्रदेश के सतना जिले की उचेहरा नगर परिषद के वार्ड एक के भाजपा, कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशियों ने स्थानीय लोगों से साथ मिलकर शिक्षित युवा कन्या को निर्विरोध पार्षद चुनकर भाईचारे एवं एकता की मिसाल कायम की है।
भाजपा, कांग्रेस एवं बसपा ने उतारे थे अपने प्रत्याशी
उचेहरा नगर परिषद के वार्ड एक से भाजपा, कांग्रेस एवं बसपा ने अपने-अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे थे। लेकिन, स्थानीय लोगों ने वार्ड में एकता और भाईचारा कायम रखने निर्विरोध पार्षद चुनने का निर्णय लिया। बैठक में भाजपा, कांग्रेस और बसपा प्रत्याशी सहित वार्ड के सभी लोग शामिल हुए। वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित होने से रुचि सिंह परिहार पुत्री मृगेंद्र सिंह को निर्दलीय प्रत्याशी बनाकर वार्ड एक से निर्विरोध पार्षद चुन लिया। ये भाजपा नेता छत्रपाल सिंह की भतीजी हैं।
पार्टी प्रत्याशियों ने नहीं भरे फार्म
वार्ड एक की जनता ने सर्वसम्मति से जिसे अपना प्रत्याशी चुना उसे अपना समर्थन देते हुए पार्टी प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया। वहीं वार्ड में एकता और भाइचारे का संदेश देने वाले के मुश्लिम भाई सफीक अहमद व वार्ड के अन्य लोगों ने निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी रुचि सिंह परिहार के साथ जाकर उनका नामांकन पत्र दाखिल कराया। नगर परिषद उचेहरा के वार्ड क्र. एक से पार्षद पद के लिए केवल एक नामांकन दाखिल होने के कारण वार्ड निर्विरोध हो गया।