मध्यप्रदेश: इंदौर में होगी प्री मानसून, पानी सहेजने में भी इंदौर बनेगा नंबर वन

इंदौर
इंदौर में लगातार दूसरे दिन पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को भी बादल छाए रहे। सोमवार रात को बादल छाए रहने के कारण रात के तापमान में हल्की बढ़ोतरी दिखाई दी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इंदौर में अगले दो दिन अधिकतम तापमान 38 से 39 डिग्री के आसपास रहेगा और गर्मी से राहत मिलेगी। मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से एक डिग्री अधिक था। सुबह पश्चिमी हवाएं सुबह 10 से 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति चली। मंगलवार को शहर में 35 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवाएं चली थी। सोमवार को शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 37.8 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इंदौर में 26 मई के बाद प्री मानसून की पहली बूंदाबादी देखने को मिलेगी। भाेपाल स्थित मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी के मुताबिक वर्तमान में हवा के कम दबाव का क्षेत्र राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। उससे होते हुए एक ट्रफ लाइन गुजरात होते हुए अरब सागर तक जा रही है। इस वजह से अरब सागर से आ रही नमी के कारण इंदौर में बादल दिखाई दे रहे है और तेज हवाएं चल रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इंदौर में अगले दो दिन अधिकतम तापमान 38 से 39 डिग्री के आसपास रहेगा और गर्मी से राहत मिलेगी।

मालूम हो कि अगले कुछ दिन इंदौर में बादल भी छाए रहेंगे। सोमवार को प्रदेश के कुछ हिस्सों में गरज चमक के साथ बारिश भी हुई। प्रदेश के सतना जिले में 11 मिमी, खजुराहो में 8.3 मिलीमीटर, रीवा में 7 मिलीमीटर, मंडला में 5 मिमी, ग्वालियर में 4 मिलीमीटर, टीकमगढ़ में 2 मिमी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में सर्वाधिक तापमान खजुराहो में 41.4 डिग्री, राजगढ़, खंडवा, खरगोन में भी तापमान 41 डिग्री दर्ज किया गया।

पानी सहेजने में भी इंदौर बनेगा नंबर वन
देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब वर्षा जल को सहेजने में भी नबर वन बनने की कवायद में जुटा है। शहर की पहाड़ियों पर ट्रेंच और तालाब बनाकर पानी सहेजने के बीच अब एयरपोर्ट परिसर में भूमिगत कुएं बनाकर पानी सहेजा जाएगा। एयरपोर्ट प्रबंधन के बाद सबसे बड़ा परिसर है। प्रबंधन ने इसके लिए परिसर में 17 स्थानों पर रिचार्जिंग कुएं बनाकर भूजल पुर्नभरण किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के माध्यम से एयरपोर्ट प्रबंधन अभी तक बारिश में 1 करोड़ 24 लाख लीटर पानी सहेजा है। अब एयरपोर्ट प्रबंधन 12 नए रिचार्जिंग कुएं बनाकर करीब 2.5 करोड़ लीटर बारिश का पानी सहेजेगा। यह कार्य 30 मई तक पूरा किया जाएगा। एयरपोर्ट परिसर से लगे बाहरी हिस्से में नगर निगम रिचार्जिंग कुएं तैयार करेगा वही परिसर में एयरपोर्ट प्रबंधन खुद ही इंतजाम करेगा। एयरपोर्ट परिसर के पानी को चैनल के माध्यम से बीएसएफ परिसर में बने तालाब तक पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा जून तक शहर के 1 लाख घरों में जल पुनर्भरण सयन्त्र लगाया जा रहा है। अब तक 20 हजार घरों में ये सयंत्र लगाए जा चुके हैं।

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