Maha Kumbh 2025: चश्मदीदों ने बयां की भगदड़ की दास्तां, कहा बचाव में देरी
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में संगम पर डुबकी लगाने के पहले भगदड़ में 15 लोगों की मौत

Maha Kumbh 2025: उज्जवल प्रदेश डेस्क, प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान बुधवार तड़के भगदड़ जैसी स्थिति के बाद कम से कम 15 लोगों की जान चली गई। चश्मदीदों ने मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई इस घटना की भयावहता बयां की। एक चश्मदीद ने बताया कि भगदड़ जैसी स्थिति के दौरान उसका रिश्तेदार गिर गया और उसके बाद लापता हो गया। उसने कहा, मेरी बहन, बहन की बहू, सभी लोग वहां थे, लेकिन एक व्यक्ति लापता था। वे उसे घसीटकर ले गए।
इस बीच असम के एक अन्य चश्मदीद ने आरोप लगाया कि भगदड़ के बाद राहत एवं बचाव कार्य में देरी हुई। उन्होंने कहा, हमने बहुत पहले सीआरपीएफ और पुलिस को फोन किया था, लेकिन अभी तक कोई नहीं आया है। आधे घंटे से अधिक समय हो गया है और हम अपने व्यक्ति को अस्पताल ले गए हैं।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी जयप्रकाश स्वामी ने बताया कि कैसे भगदड़ जैसी स्थिति में फंसने के बाद उनका परिवार सुरक्षित बच गया। स्वामी ने बताया, वह भीड़ में फंस गई थी और उठ नहीं पा रही थी। हम सभी भीड़ में फंस गए थे। मैं सबसे पहले बाहर निकली, फिर मैंने बच्चों और अपने पिता और मां की मदद की।
भगदड़ जैसी स्थिति को देखने वाले भक्तों में से एक श्रद्धालु ने बताया कि घटना के बाद उसका साला लापता हो गया। उन्होंने बताया कि हम भीड़ में फंस गए थे। जैसे ही हम संगम के पास पहुंचे, अफरा-तफरी मच गई। हम भीड़ से बाहर निकलने में कामयाब रहे लेकिन वह गिर गया और पीछे रह गया। मुझे नहीं पता कि वह कहां है। मुझे अपने साले चंद्रपाल की चिंता है।
कर्नाटक के बेलगावी से एक अन्य भक्त विद्या साहू घटनास्थल पर मौजूद थीं, उन्होंने याद किया कि जब लोगों को पीछे से धक्का दिया गया तो वे पास के एक खंभे पर फंस गए। साही ने बताया कि हम कर्नाटक के बेलगावी से आए हैं। हम बस चल रहे थे, तभी पीछे से आए लोगों ने हमें धक्का देकर इधर-उधर घुमाया। विपरीत दिशा में एक खंभा था और सभी उसके पास फंस गए।
यह दुखद घटना मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई, जब आज महाकुंभ में करीब 8-10 करोड़ लोगों के पवित्र स्नान करने की उम्मीद है। करीब 2 बजे हुई भगदड़ जैसी स्थिति में कई लोग घायल भी हुए। हालांकि, अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान है।