MahaKumbh 2025: प्रयागराज सिविल एयरपोर्ट ने बनाया नया कीर्तिमान, एक दिन में आए 11 हजार से ज्यादा यात्री
MahaKumbh 2025: चार फरवरी को पहली बार एक ही दिन में 11,560 यात्रियों और 87 विमानों का आवागमन हुआ। इसमें 179 विशिष्ट यात्रियों को लेकर 15 चार्टर भी आए-गए।

MahaKumbh 2025: उज्जवल प्रदेश, महाकुंभ नगर. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के कारण साल 2019 में ही शुरू हुए प्रयागराज सिविल एयरपोर्ट ने एक नया कीर्तिमान बनाया है और स्वयं उसे तोड़ भी रहा है। प्रयागराज सिविल एयरपोर्ट पर 10 हजार से अधिक विमानों के आवागमन का कीर्तिमान मात्र तीन दिनों में ही टूट गया।
चार फरवरी को पहली बार एक ही दिन में 11,560 यात्रियों और 87 विमानों का आवागमन हुआ। इसमें 179 विशिष्ट यात्रियों को लेकर 15 चार्टर भी आए-गए। इसी तिथि पर पहली बार दिल्ली के लिए दस और मुंबई के लिए आठ विमानों का संचालन हुआ और अपने आप में यह भी एक नया कीर्तिमान है।
10 जनवरी को 106 साल के विमान सेवा इतिहास में पहली बार प्रयागराज से रात में यात्री विमान उड़ा, जबकि 15 जनवरी को 93 वर्ष बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ान (लारेन पावेल विमान से भूटान गई) प्रयागराज में रवाना हुई। अब कीर्तिमान की सीढ़ी पर चार फरवरी का दिन भी अंकित हुआ।
इस दिन समय सारिणी के अनुसार 36 विमान आए, 36 विमान रवाना हुए। यह भी पहली बार हुआ है कि 72 विमानों का आवागमन समय सारिणी के अनुसार हुआ हे। जबकि नान शेड्यूल में सात चार्टर विमान आए और 12 ने उड़ान भरी। संयुक्त रूप से कुल 6006 यात्री आए और 5554 ने यहां से उड़ान भरी। प्रयागराज एयरपोर्ट से इन विमानों का संचालन इंडिगो, एलाइंस एयर, अकासा एयर, स्पाइसजेट, एयर इंडिया ने किया। एयरपोर्ट के नए टर्मिनल से विमानों का संचालन शुरू हो जाने से अब लगातार विमानों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
कब क्या बना कीर्तिमान
- 14 जनवरी : 43 विमान व 5,250 यात्री
- 28 जनवरी : 62 विमान व 8,378 यात्री
- 31 जनवरी : 62 विमान व 6,862 यात्री
- एक फरवरी : 87 विमान व 10,599 यात्री
- चार फरवरी : 87 विमानों व 11,560 यात्री
चार्टर विमानों का कीर्तिमान
- 18 जनवरी : 15 चार्टर व 119 विशिष्ट यात्री
- 31 जनवरी : 19 चार्टर व 101 विशिष्ट यात्री
- एक फरवरी : 23 चार्टर व 153 विशिष्ट यात्री
- चार फरवरी : 15 चार्टर व 179 विशिष्ट यात्री
189 विशेष ट्रेन तीन दिनों में भेजी गईं बाहर
रेलवे ने वसंत पंचमी के लिए दो से चार फरवरी तक 189 ट्रेनों को प्रयागराज से बाहर भेजा। यह ट्रेनें वापसी की राह आसान करने के लिए चलाई गईं। सिर्फ चार फरवरी को शाम छह बजे तक कुल 37 विशेष ट्रेनें यहां से भेजी गईं। तीन दिनों में प्रयागराज जंक्शन से 95, प्रयागराज छिवकी से 20, नैनी से दो, सूबेदारगंज से 15, प्रयाग से 25, फाफामऊ से चार, रामबाग से 11 व झूंसी से 17 ट्रेनों का परिचालन किया गया।