अखिलेश यादव ने सरकार के व्यवस्थाओं पर उठाए सवाल, कहा-‘Mahakumbh 2025 में हर रोज श्रद्धालु सड़क हादसे में गवां रहे जान’
Mahakumbh 2025: सड़क हादसे को लेकर अखिलेश यादव ने एक बार फिर सरकार को घेरा हैं। जहां महाकुंभ में देश-दुनिया के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, वहीं सड़क जाम और सड़क हादसा सरकार के लिए चुनौती बना हुआ हैं।

Mahakumbh 2025: उज्जवल प्रदेश, प्रयागराज. महाकुंभ में देश-दुनिया के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जहां कई लोग अपनी सुविधा को देखते हुए अपने वाहनों से या बसों से सफर कर रहे हैं। जिसकी वजह से सड़कें जाम हैं और यही वजह है कि हर रोज कई सड़क हादसे भी हो रहे हैं, जिनमें कई श्रद्धालु अब तक अपनी जान गवां चुके हैं। अब इसी मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है।
अखिलेश य़ादव ने (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा, महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बसों व अन्य वाहनों के एक्सीडेंट की ख़बरें प्रतिदिन बढ़ रही हैं, जो बेहद दुखद है। इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि भारी जाम व अव्यवस्था के कारण ड्राइवरों की हालत बहुत ख़राब है। न उनकी थकान उतर रही है और न नींद पूरी हो रही है। ऐसे में वो अर्द्ध निद्रा की अवस्था में वाहन चला रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं हो रही हैं।
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महाकुंभ के श्रद्धालुओं से भरी बसों व अन्य वाहनों के एक्सीडेंट की ख़बरे प्रतिदिन बढ़ रही हैं। जो बेहद दुखद है। इसके पीछे मुख्य कारण ये है कि भारी जाम व अव्यवस्था के कारण ड्राइवरों की हालत बहुत ख़राब है। न उनकी थकान उतर रही है न नींद पूरी हो रही है। ऐसे में वो अर्द्ध निद्रा की… pic.twitter.com/j1MwjqF1Gq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 16, 2025
साथ ही सड़कों पर पैदल चलने वालों को बचाने की भी चुनौती है, इसलिए ध्यान भटकते ही मौतें हो रही हैं। इसका समाधान सिर्फ़ अच्छी व्यवस्था है, जो सरकार ही कर सकती है पर कर नहीं पा रही है।
आगे अखिलेश यादव ने ये भी कहा कि महाकुंभ यात्रा पर निकले उन सभी मृतक श्रद्धालुओं को एक समान माना जाए जो भगदड़, एक्सीडेंट या घुटन आदि कारणों से अलग-अलग जगह पर मारे गए हैं और इसके लिए उनके परिजनों को मुआवज़ा दिया जाए। सभी घायलों को भी उपचार के साथ-साथ क्षतिपूर्ति राशि दी जाए। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए विभिन्न कोषों से पैसा उपलब्ध कराएं। जब अरबों रुपये प्रचार पर बहाये जा सकते हैं तो शोक संतप्त परिजनों के लिए सांत्वना के रूप में क्यों नहीं दिये जा सकते हैं।