MP News: केन-बेतवा नदी के कटाव से पन्ना में वन्यजीवों पर संकट
MP News: प्रदेश में Ken Betwa Project के कारण पन्ना में वन्यजीवों को होने वाले संकट को देखते हुए Panna Tiger Reserve के अधिकारियों ने एकीकृत भूदृश्य प्रबंधन योजना (ILMP) शुरू की है।

Bhopal News: उज्जवल प्रदेश, भोपाल. मध्य प्रदेश में केन बेतवा परियोजना (Ken Betwa Project) के कारण पन्ना में वन्यजीवों को होने वाले संकट को देखते हुए पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) के अधिकारियों ने एकीकृत भूदृश्य प्रबंधन योजना (ILMP) शुरू की है। भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के सहयोग से विकसित इस योजना का उद्देश्य स्थानीय वन्यजीवों पर परियोजना के प्रभाव का आकलन करना और आसपास के क्षेत्रों में उनके लिए नए उपयुक्त आवास बनाना है।
पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) के एक अधिकारी ने कहा कि केन बेतवा परियोजना (Ken Betwa Project) के तहत सुरंग निर्माण, वाहनों की आवाजाही और विस्फोट सहित निर्माण गतिविधियों से काफी ध्वनि प्रदूषण होगा, जिससे आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले जंगली जानवरों को सुरक्षित क्षेत्रों में जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ILMP का प्राथमिक उद्देश्य इन आसपास के क्षेत्रों को व्यवहार्य आवासों में विकसित करना है, जहां विस्थापित जानवर बिना किसी कठिनाई के रह सकें।
यह योजना पन्ना, छतरपुर, रीवा, सतना, दमोह, नरसिंहपुर और कटनी जैसे जिलों में वन्यजीव आवासों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इसके अलावा पड़ोसी उत्तर प्रदेश के जिलों बांदा, ललितपुर और चित्रकूट में भी आवास विकसित किए जाएंगे। इस परियोजना की अनुमानित लागत 400 करोड़ रुपए से अधिक होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि केन बेतवा परियोजना (Ken Betwa Project) से पन्ना टाइगर रिजर्व (Panna Tiger Reserve) की करीब 6,000 हेक्टेयर भूमि जलमग्न हो जाएगी, जो कुल रिजर्व क्षेत्र का करीब 10% है। हालांकि, चूंकि केन बेतवा बांध के निर्माण में कम से कम छह साल लगने की उम्मीद है, इसलिए भूमि के जलमग्न होने को लेकर तत्काल कोई चिंता नहीं है।