MSP Yojana: किसानों को MSP का लाभ लेना है तो करें स्लॉट की बुकिंग

MSP Yojana: इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में 1 मार्च से व दूसरे संभागों में 17 मार्च 2025 से होगी खरीदी

MSP Yojana: उज्जवल प्रदेश डेस्क. किसानों को सरकारी लाभ मिले। इस उद्देश्य से मप्र सरकार अन्नदाताओं के लिए हर वह कदम उठा रही है जिससे उन्हें फसल का उचित दाम मिल सके। किसानों को सरकारी लाभ मिले। इस उद्देश्य से मप्र सरकार अन्नदाताओं के लिए हर वह कदम उठा रही है जिससे उन्हें फसल का उचित दाम मिल सके।

मप्र के किसानों को गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुकिंग करना जरूरी कर दिया गया है। वे बिना इसके किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद नहीं की जा सकेगी। ऐसे में किसानों को चाहिए कि वे पहले गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुक कराएं ताकि बिना किसी परेशानी के गेहूं की खरीद एमएसपी पर की जा सके।

इससे किसानों को सुविधा होगी, उन्हें मंडी में फसल बेचने के लिए इंतजार नहीं करना होगा। वे निर्धारित समयावधि में मंडी में अपनी फसल लाकर बेच सकेंगे। इस व्यवस्था से किसान और खरीद केंद्र दोनों का समय बचेगा और गेहूं की एमएसपी पर खरीद भी सुव्यवस्थित तरीके से हो सकेगी

इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में 1 मार्च 2025 से खरीदी शुरू

मध्यप्रदेश सरकार आज 1 मार्च 2025 से इंदौर, उज्जैन, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग में गेहूं की एमएसपी पर खरीद का काम शुरू कर दिया गया है, जो यह निरंतर 18 अप्रैल 2025 तक जारी रहेगा। इसके साथ प्रदेश के और संभागों में गेहूं की एमएसपी पर खरीद का काम 17 मार्च 2025 से शुरू होगा, जो 5 मई 2025 तक जारी रहेगा। मप्र राज्य में गेहूं खरीद का काम उपार्जन केंद्रों के जरिये किया जाएगा। ऐसे में जिन किसानों ने गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया है वे स्लॉट बुक करके अपनी उपज बेच सकेंगे।

गेहूं बेचने के लिए स्लॉट बुकिंग इसिलये जरूरी है

रबी उपार्जन नीति 2025–26 के प्रावधान के तहत किसान गेहूं बेचने के लिए अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट बुकिंग कर सकते हैं। किसान बुकिंग दिनांक से आगामी 7 दिनों के भीतर फसल बेच कर ऑनलाइन (पक्का) बिल बनवायें। बिल की तारीख निकलने के बाद पोर्टल पर दोबारा बिल नहीं बनेगा।

जिन किसानों के ऑनलाइन स्लॉट बुक होंगे, उन्हीं किसानों से फसल की खरीदी सरकार करेगी। बिना स्लॉट बुकिंग के किसान अपनी उपज उपार्जन केंद्रों पर न ले जाएं। पंजीकृत किसान गेहूं विक्रय के लिए अच्छी औसत क्वालिटी (एफएक्यू) का गेहूं ही उपार्जन केंद्रों पर लेकर जाए। किसान अपनी फसल को घर से कचरा, मिट्टी साफ करके ही उपार्जन केंद्र पर लेकर जाएं।

किसान पार्टल पर स्वयं बुक कर सकते हैं स्लाट

किसानों को गेहूं खरीद के लिए एसएमएस नहीं भेजा जाएगा। किसान गेहूं की बिक्री की दिनांक और समय एमपी ई–उपार्जन पार्टल पर स्वयं बुक कर सकते हैं। किसान अपने पंजीकृत एंड्रॉयड फोन, लोक सेवा केंद्र, एमपी ऑनलाइन के कियोस्क सेंटर, उपार्जन केंद्र और इंटरनेट कैफे के माध्यम से गेहूं उपार्जन के लिए स्लॉट बुक करा सकते हैं।

Deepak Vishwakarma

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