Nainital News: नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म मामले में हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान, लोग बोले – ‘पाकिस्तानी मूल के लोगों का हो देश निकाला’
Nainital News: हाई कोर्ट ने नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के मामले में स्वत संज्ञान लिया है। कोर्ट ने भवाली हल्द्वानी जैसे क्षेत्रों में भी निगरानी रखने और अफवाहों पर नियंत्रण रखने के निर्देश दिए हैं।

Nainital News: उज्जवल प्रदेश, नैनीताल. उत्तराखंड के नैनीताल शहर में 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले को लेकर उपजे जनाक्रोश का हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी व न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की खंडपीठ में गुरुवार को सुनवाई के दौरान उप महाधिवक्ता जेएस विर्क ने कोर्ट को बताया गया कि शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने को भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
वाहनों की हो रही सघन चेकिंग
नैनीताल आ रहे वाहनों की हल्द्वानी, भवाली व कालाढूंगी में सघन चेकिंग की जा रही है। जिसपर कोर्ट ने कहा कि शांति व्यवस्था बनाई रखी जाय। एक जगह पर भीड़ को एकत्रित ना होने दिया जाए। भवाली, हल्द्वानी, काठगोदाम, कालाढूंगी व रामनगर से आने वाले वाहनों की चेकिंग की जाए।
इन स्थानों पर भी पुलिस फोर्स की तैनाती की जाय, ताकि कोई माहौल खराब न हो। अफवाह फैलाने व इंटरनेट मीडिया की भी निगरानी की जाय। पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने को नागरिकों से अपील करें। फोर्स की गश्त भी जारी रहे, जिससे कि हल्द्वानी जैसा माहौल पैदा ना हो।
देश निकाला हो पाकिस्तानी मूल के लोगों का
नैनीताल शहर में बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले से गुस्साए लोगों ने कुमाऊं कमिश्नर को 15 सूत्रीय ज्ञापन दिया। कमिश्नर दीपक रावत ने मांगों पर उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
यह है लोगों की प्रमुख मांगें
- नैनीताल में रह रहे बाहरी लोगों का गहन सत्यापन किया जाए, खासकर समुदाय विशेष के किरायेदार, मजदूर व अस्थाई व्यवसाय से जुड़े लोगों का।
- जिले में रोहिंग्या , बांग्लादेशी व पाकिस्तान मूल के व्यक्तियों की पहचान कर उनको देश से बाहर करने की प्रक्रिया आरंभ की जाए।
- बालिका के साथ दुष्कर्म के आरोपित को कठोर दंड दिया जाए, उसकी संपत्ति को तत्काल प्रभाव से जब्त किया जाए।निष्पक्ष जांच कर आरोपित के मददगार अधिकारी-कर्मचारियों पर भी कार्रवाई हो।
- विशेष समुदाय के लोगों की आर्थिक गतिविधियों के स्रोत व उसके पीछे के संगठित प्रयासों की जांच हो।
- संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों को दुकान, मकान बेचने वाले स्थानीय लोगों की भी जांच हो।
- नैनीताल के सामाजिक, सांस्कृतिक व आर्थिक दृष्टि से सुरक्षित बनाए रखने को विशेष निगरानी समिति बनाई जाए, जिसमें स्थानीय मूल निवासी प्रतिनिधि भी शामिल हों।
- बिना सत्यापन बाहरी व्यक्तियों को किराये पर देने वाले मकान मालिकों पर भी कार्रवाई हो।
- स्थानीय युवाओं को रोजगार के लिए वेंडिंग जोन, दुकान व अन्य व्यावसायिक स्थलों में प्राथमिकता दी जाए।
- होटल, रेस्टोरेंट, दुकानों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के स्वामित्व, किराया, लीज ट्राजेक्शन की निगरानी हो।
- नैनीताल को संवेदनशील सांस्कृतिक क्षेत्र घोषित किया जाए। -दुष्कर्म के आरोपित के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई हो।