दाऊद ने जबीर मोती के नाम पर पूरी दुनिया में 3000 करोड़ से ज्यादा के निवेश किए

मुंबई
पिछले दिनों अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के प्रमुख सहयोगी जबीर मोती को स्कॉटलैंड यार्ड की प्रत्यर्पण इकाई ने ब्लैकमेल की साजिश रचने, अवैध ड्रग के आयात और अमेरिका में धनशोधन के आरोपों में गिरफ्तार किया था। मुंबई पुलिस ने जबीर मोती की जो पृष्ठभूमि निकाली है, उससे पता चला है कि डी कंपनी में उसकी कमाई दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से भी ज्यादा है। एक टॉप रैंक के अधिकारी ने एनबीटी को बताया कि जबीर मोती ने दाऊद के निर्देश पर पूरी दुनिया में तीन हजार करोड़ से भी ज्यादा निवेश किया है। बता दें कि पाकिस्तानी नागरिक जबीर मोतीवाला को मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने अगस्त में पेडिंगटन इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया था।
अधिकारी का कहना है कि यह सच है कि अनीस डॉन दाऊद इब्राहिम का सगा भाई है, लेकिन दाऊद को पता है कि अनीस दुनिया की तमाम जांच एजेंसियों की रेडार पर है, इसीलिए अनीस की हर वैध-अवैध कमाई जांच के घेरे में आएगी। लेकिन जबीर मोती के साथ ऐसा नहीं था। पिछले पखवाड़े गिरफ्तारी से पहले तक उसका नाम दुनिया में शायद ही किसी को पता था। इसलिए उसने जबीर मोती को इनवेस्टमेंट का एक खास मकसद से जरिया बनाया।
मोती के जरिए दाऊद ने पूरी दुनिया में बनाई प्रॉपर्टी
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने मोती के मार्फत मिडल ईस्ट, यूके, यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई। मोती ने रियल इस्टेट में सबसे ज्यादा निवेश किया। दाऊद का इतिहास गोल्ड स्मगलिंग का रहा है। लेकिन जबीर मोती ने दाऊद के निर्देश पर स्मगलिंग नहीं, गोल्ड का सीधे निवेश किया। उसने कपड़े पर भी काफी ट्रेडिंग की। जांच में पता चला है कि उसका दाऊद की पत्नी महजबीन, बेटी महरीन और दामाद जुनैद से काफी वित्तीय लेनदेन हुआ था।
जबीर मोतीवाला डी कंपनी में नंबर दो
इस अधिकारी के अनुसार, जबीर मोती डी कंपनी में दाऊद के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर था। अनीस का नंबर मोती के बाद आता था। पिछले साल इस तरह की काफी खबरें गर्म रही थीं कि शकील अब दाऊद से अलग हो गया है। पर इस अधिकारी का कहना है कि शकील अभी भी दाऊद के भरोसेमंद टॉप तीन लोगों में है। हां, अनीस से उसका अलगाव है। शकील का काम उगाही के लिए बिल्डरों और अन्य व्यापारियों को धमकाने का है, जबकि अनीस क्रिकेट बेटिंग, स्मगलिंग और गुटखा के कारोबार के जरिए गैंग के लिए कमाई करता है।
लंदन पुलिस से मांगी जा रही जानकारी
अधिकारी ने बताया कि शकील और अनीस का अवैध व दहशत का कारोबार सिर्फ भारत और दुबई तक ही सीमित रहा है। लेकिन जबीर मोती ने उन-उन देशों में भी कारोबार किया, जहां दुनिया की जांच एजेंसियों को सुराग ढूंढने में कई साल लग गए। जबीर की गिरफ्तारी के बाद मुंबई पुलिस अब इस बात की छानबीन कर रही है कि दाऊद ने कहीं उसके जरिए मुंबई और भारत के दूसरे शहरों में तो प्रॉपर्टी नहीं बनाई। लंदन पुलिस से इस बारे में जानकारी मांगी जा रही है।