National News : भारत में फिर बढ़ रहे हैं कोविड के मामले, जानें XBB.1.16 के लक्षण क्या हैं

National News : कोरोना वायरस का पॉजीटिविटी रेट बढ़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह नया स्ट्रेन महाराष्ट्र में ही उत्पन्न हुआ है, जहां एक ही दिन में 155 लोग कोविड पॉजीटिव पाए गए। जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई।

Latest National News : उज्जवल प्रदेश, नईदिल्ली. Covid XBB.1.16 Symptoms महाराष्ट्र, कर्नाटक और गुजरात में कोरोना वायरस का पॉजीटिविटी रेट बढ़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह नया स्ट्रेन महाराष्ट्र में ही उत्पन्न हुआ है, जहां एक ही दिन में 155 लोग कोविड पॉजीटिव पाए गए। जिसमें से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं, तेलांगना में मंगलवार और बुधवार को 100 मामले देखे गए। राजस्थान, मध्यप्रदेश, तमिल नाडु, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में पॉजीटिविटी रेट 5% और 10% है।

कोविड XBB.1.16 के लक्षण क्या हैं?

अभी तक कोविड के इस नए स्ट्रेन के लक्षण पहले जैसे ही देखे जा रहे हैं, और किसी तरह के नए लक्षण रिपोर्ट नहीं किए गए हैं। सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, गले में खराश, नाक का बहना और खांसी, कोविड के क्लासिक लक्षण हैं। इसके अलावा कई लोग पेट में दर्द और दस्त जैसी समस्या से भी जूझते हैं।

भारत में डोमिनेट कर रहा है “XBB” वेरिएंट​

कोव-स्पेक्ट्रम (covSpectrum) के अनुसार, भारत में, कोरोना वायरस के XBB.1.16 स्ट्रेन फैलता दिख रहा है, खासतौर पर महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में। बता दें कि XBB.1.16, XBB.1.5 से म्यूटेट नहीं हुआ है, बल्कि XBB का स्ट्रेन है। देशभर में इस वक्त XBB का दबदबा बना हुआ है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस वक्त कोविड के जो भी मामले आ रहे हैं, उसके पीछे XBB.1.16 स्ट्रेन है।

XBB.1.16 के बारे में जरूरी बातें

कोरोना वायरस का यह नया वेरिएंट तेजी से फैल रहा है और इसे अभी से खतरा माना जा रहा है। वायरस म्यूटेट होने के बाद पहले से ज्यादा स्मार्ट हो जाता है और इम्यूनिटी को चकमा देने के साथ तेजी से संक्रमण फैलाता है, जैसा कि कोविड वायरस के पहले आए स्ट्रेन के साथ भी देखा गया है। XBB 1.16, ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही सब-वेरिएंट है, जो तेजी से संक्रमण को फैलाने के लिए जाना जाता है। साल 2021 के अंत में ओमिक्रॉन ने डेल्टा को रिप्लेस किया और तेजी से दुनियाभर में फैला।

इस वक्त इस नए वेरिएंट से कैसे निपटना है इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इस वेरिएंट से होने वाला संक्रमण कितना बीमार कर सकता है, इस बारे में भी अभी कुछ साफ नहीं है। इसलिए लोगों को एक बार फिर सतर्क रहने की जरूरत है, खुद के साथ उन लोगों की सुरक्षा करें जो हाई-रिस्क ग्रुप में आते हैं।

H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस से XBB 1.16 कैसे अलग है?

देश में H3N2 इन्फ्लुएंजा वायरस की वजह से 7 लोगों की जान जा चुकी है, ऐसे में कोविड XBB 1.16 के बढ़ते मामलों ने लोगों में डर पैदा कर दिया है। H3N2 मौसमी इन्फ्लुएंजा वायरस की वजह से होता है, लेकिन यह फेफड़ों को प्रभावित नहीं करता। हालांकि, बूढ़े और पहले से बीमार लोगों के लिए यह वायरस मुश्किलें पैदा कर सकता है। जबकि कोविड फेफड़ों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन दोनों वायरस से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है।

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