National News : ओडिशा रेल हादसा, मृतक संख्या 280 हुई, पीएम मोदी ने बुलाई विशेष बैठक

National News : हादसे में अब तक 280 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसा शाम सात बजकर करीब 20 मिनट पर बाहानगा बाजार

Latest National News : उज्जवल प्रदेश,बालासोर. ओडिशा के बालासोर में हुआ हादसा जहां एक तरफ दिल दहला रहा है तो वहीं इस दुर्घटना को लेकर लोगों के मन में सवाल भी कम नही है. शुक्रवार शाम जैसे ही यह रेल हादसा सामने आया तो पहले एक मालगाड़ी और एक एक्सप्रेस ट्रेन की टक्कर की खबर सामने आई थी. उस दौरान शुरुआती लिहाज से 30 लोगों की मौत ने लोगों में हलचल तो मचाई, लेकिन जब सामने आया कि टक्कर 2 नहीं तीन ट्रेनों में हुई है तो यह लोगों के लिए चौंकाने वाली बात बन गई कि तीन ट्रेनों में आपस में टक्कर कैसे हो सकती है. शुक्रवार की शाम से लेकर मृतकों के बढ़ते आंकड़ों के बीच यह सवाल तैरता रहा कि आखिर तीन ट्रेनें लड़ीं तो लड़ीं कैसे?

ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस के छह से सात डिब्बे पटरी से उतरने के बाद दूसरी ट्रैक पर आ रही एक ट्रेन से टकरा गए। समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से देर रात को जारी किए गए अपडेट के मुताबिक, हादसे में अब तक 280 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि हादसा शाम सात बजकर करीब 20 मिनट पर बाहानगा बाजार स्टेशन पर तब हुआ जब कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता के नजदीक शालिमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल जा रही थी। दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना राहत ट्रेन घटना स्थल पर रवाना किए गए हैं। हादसे के बाद तेजी से बचाव कार्य चलाते हुए 300 यात्रियों को निकाला जा चुका है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।

ओडिशा ट्रेन हादसे की क्या वजह

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मौके पर पहुंचकर ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति जानी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत भी की। बताया कि भीषण रेल हादसे के पीछे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है। इसके लिए इन्क्वायरी कमेटी का गठन किया जा चुका है। क्या यह भीषण रेल एक्सीडेंट हादसा था या साजिश? इस पर रेल मंत्री क्या बोले,पूरी खबर पढ़ें।

PM मोदी ने बुलाई बैठक

ओडिशा ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। खबर लिखे जाने तक मरने वालों की संख्या 280 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच सबसे बड़ी खबर है कि बालासोर रेल हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी विशेष बैठक बुलाई है। वह हादसे के ताजा हालात पर चर्चा करेंगे।

कुछ इस तरह रही हादसे की स्थिति

हादसे को लेकर दी गई प्रेस रिलीज में सामने आया कि ट्रेन संख्या है 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) के कोच बी2 से बी9 तक के कोच पलट गए थे. वहीं ए1-ए2 कोच भी ट्रैक पर औंधे जा पड़े. वहीं, कोच B1 के साथ-साथ इंजन पटरी से उतर गया और अंतत: कोच एच1 और जीएस कोच ट्रैक पर रह गए. यानि कोरोमंडल एक्सप्रेस में मरने वालों की संख्या अधिकतम हो सकती है और एसी बोगी में सवार लोगों की जानहानि अधिक होने की आशंका है.

बेंगलुरु-हावड़ा के इतने कोच क्षतिग्रस्त

वहीं, ट्रेन सं. 12864 (बेंगलुरू हावड़ा मेल) का एक जीएस कोच क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके साथ ही पीछे की ओर का जीएस कोच और दो बोगियां पटरी से उतर कर पलट गईं. वहीं कोच ए1 से इंजन तक की बोगी ट्रैक पर रहीं. इस ट्रेन हादसे की जांच ए.एम. चौधरी (सीआरएस/एसई सर्किल) करेंगे. उन्हें शनिवार भोर में ही यह जिम्मेदारी सौंपी गई है.

एक झटका लगा और कई लोग छिटक गए बाहर

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेरहामपुर निवासी पीयूष पोद्दार इस हादसे में बचे कुछ खुशनसीब लोगों में शामिल हैं, जो बच गए. वह बताते हैं कि कोरोमंडल एक्सप्रेस से वह तमिलनाडु जा रहे थे. जब यह हादसा हुआ उसे याद करते हुए वह कहते हैं, ‘हमें झटका लगा और अचानक हमने ट्रेन की बोगी को एक तरफ मुड़ते देखा. कोच तेजी से पटरी से उतरने लगे और एक झटके के साथ हममें से कई लोग डिब्बे से बाहर फेंका गए. ​​हम रेंग कर किसी तरह बाहर निकले, लेकिन हमारे आस-पास चारों तरफ शव पड़े हुए थे.

आइए हम समझते हैं कि हादसा कैसे हुआ. सबसे पहले बता दें कि यह हादसा बालासोर स्टेशन के नजदीक बहानगा बाजार स्टेशन के पास हआ है. हादसे के समय आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी. हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) जो कि चेन्नई जा रही थी बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले डिरेल हुई. हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का ईंजन मालगाड़ी पर चढ गया. इसके साथ ही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की पीछे वाली बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं. तभी इसी ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस (12864) ट्रैक पर पड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से बहुत तेजी से टकराईं.

एक के बाद एक सुनाई दी धमाकों जैसी आवाज

स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्होंने लगातार तेज आवाजें सुनीं. एक के बाद एक तेज धमाके जैसी आवाज सुनकर वे मौके पर पहुंचे. उन्होंने देखा के ट्रेनें डिरेल पड़ी हुई थीं और सामने स्टील-लोहे व अन्य धातु के बेतरतीब टूटे-फूटे ढेर के अलावा कुछ नहीं था.

कुछ इस तरह रही हादसे की स्थिति

हादसे को लेकर दी गई प्रेस रिलीज में सामने आया कि ट्रेन संख्या है 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) के कोच बी2 से बी9 तक के कोच पलट गए थे. वहीं ए1-ए2 कोच भी ट्रैक पर औंधे जा पड़े. वहीं, कोच B1 के साथ-साथ इंजन पटरी से उतर गया और अंतत: कोच एच1 और जीएस कोच ट्रैक पर रह गए. यानि कोरोमंडल एक्सप्रेस में मरने वालों की संख्या अधिकतम हो सकती है और एसी बोगी में सवार लोगों की जानहानि अधिक होने की आशंका है.

बेंगलुरु-हावड़ा के इतने कोच क्षतिग्रस्त

वहीं, ट्रेन सं. 12864 (बेंगलुरू हावड़ा मेल) का एक जीएस कोच क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके साथ ही पीछे की ओर का जीएस कोच और दो बोगियां पटरी से उतर कर पलट गई

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