Nirman Shramik Siksha Kaushal Vikas Yojana : 8वीं पास करते ही मिलेंगे 13000
Nirman Shramik Siksha Kaushal Vikas Yojana : राजस्थान सरकार कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम 2024-25 का जल्द जारी करने वाली है। वहीं मजदूरों के बच्चे के 8वीं पास करते ही उसके खाते में 13000 रुपए और पढ़ाई जारी रखने पर हर साल मदद के रूप में पैसे आते रहेंगे।

Nirman Shramik Siksha Kaushal Vikas Yojana : उज्जवल प्रदेश डेस्क. राजस्थान सरकार कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम 2024-25 का जल्द जारी करने वाली है। वहीं मजदूरों के बच्चे के 8वीं पास करते ही उनके खाते में 13000 रुपए और पढ़ाई जारी रखने पर हर साल मदद के रूप में पैसे आते रहेंगे।
राजस्थान में राज शाला दर्पण राजस्थान बोर्ड कुछ ही समय में 8वीं क्लास का रिजल्ट जारी करने जा रहा है। हम आपको एक ऐसी योजना के बारे में बता रहे हैं, जिसके अंतर्गत आठवीं में अच्छे नंबर आने पर सरकार से स्कॉलरशिप ली जा सकती है।
8वीं में 75 फीसदी नंबर लाने पर नकद पुरस्कार
राजस्थान में छात्रवृत्ति ऐसी योजना भी है, जो राज्य के मेधावी छात्रों पर जमकर पैसा बरसाती है। राजस्थान बोर्ड 6वीं क्लास से पोस्ट ग्रेजुएशन तक हर साल जैसे-जैसे आप पास होते जाते हैं तो वहीं वैसे-वैसे बढ़ा हुआ पैसा खाते में आने लगता है।
8वीं में पास होने पर सरकार से एकमुश्त राशि तो मिलेगी ही। इसके साथ ही राजस्थान बोर्ड 8वीं की परीक्षा में 75 फीसदी नंबर लाने पर नकद पुरस्कार भी मिलेगा। आठवीं में पास होने पर छात्र को 8,000 रुपये तो छात्रा या दिव्यांग छात्र को 9000 रुपये दिए जाएंगे। अगर 75 फीसदी नंबर आए तो 4,000 रुपये की नकद राशि अलग से मिलेगी।
एक लाख रुपये तक नकद पुरस्कार भी अलग मिलता है?
राजस्थान में निर्माण श्रमिक शिक्षा कौशल विकास योजना (NSKKVY)। यह योजना निर्माण मजदूरों के बच्चों की शिक्षा और कौशल विकास के लिए आर्थिक मदद करना है। इस स्कॉलरिशप योजना के तहत मजदूरों के बच्चों को छठी क्लास से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन तक आर्थिक मदद दी जाती है।
इस योजना के अंतर्गत मजदूरों के बच्चों को 9,000 से 35,000 रुपये हरसाल दिए जाते हैं। यही नहीं अच्छे नंबर आने पर एक लाख रुपये तक नकद पुरस्कार भी अलग मिलता है। हालांकि यह छात्रवृत्ति योजना रजिस्टर्ड श्रमिकों के परिवारों के लिए ही है।
पत्नी को कैसे मिलेगी स्कॉलरशिप
- इस योजना के अंतर्गत अगर पत्नी पढ़ाई कर रही हैं तो वो भी छात्रवृत्ति ले सकती हैं
- लाभार्थी की पत्नी की उम्र 35 साल से ज्यादा न हो
- मजदूरों की पत्नी मान्यता प्राप्त शैक्षिक संस्थान से नियमित पढ़ रही हो
यह है गाइड लाइन
- निर्माण श्रमिक के अधिकतम दो बच्चों के लिए यह योजना है
- निर्माण श्रमिक की पत्नी अगर स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करती हैं
- तो फिर एक ही बच्चा स्कॉलरशिप के लिए पात्र होगा
- अगर पति-पत्नी दोनों निर्माण श्रमिक हैं तो वे दोनों ही पात्र होंगे