प्रदेश में विश्व बाल दिवस के अवसर पर प्रमुख इमारतों का रंग नीला किया जाएगा

भोपाल
बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने वाली अंतर्राष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ ने बाल अधिकारों के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी “गो ब्ल्यू” थीम के तहत ऐतिहासिक इमारतों को नीले रंग में रंगने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन (एमपीटी) विभाग और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के साथ साझेदारी की है.

दरअसल, 20 नवंबर को विश्व बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. यूनिसेफ, नागरिक संस्था संगठन इस दिन और सप्ताह को बाल अधिकार सप्ताह के रूप में मनाते हैं. गो ब्ल्यू इस साल के विश्व बाल दिवस की थीम में से एक है, जिसक अर्थ बाल अधिकारों के लिए खड़ा होना है'

भोपाल में जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी का पिरामिड नीला किया गया

यूनिसेफ मध्यप्रदेश के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी ने बताया कि, शुरुआत में, 17 नवंबर को भोपाल में जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी का पिरामिड नीला किया गया, जबकि सोमवार की रात को मप्र के धार जिले के मांडू में जहाज महल या शिप पैलेस को नीले रंग से रौशन किया गया.

साझेदारी के लिए एएसआई और एमपीटी के प्रति आभार भी व्यक्त किया

उन्होंने बाल अधिकारों के वास्ते साझेदारी के लिए एएसआई और एमपीटी के प्रति आभार भी व्यक्त किया. इसके अलावा यूनिसेफ राज्य सरकार के साथ साझेदारी में बच्चों द्वारा ली गई थीम पर चित्र प्रदर्शित करके जलवायु परिवर्तन पर बच्चों की अभिव्यक्ति को एक मंच प्रदान करने का काम भी कर रहा है.

यूनिसेफ के एक अधिकारी ने बताया कि कहा कि इस दिन को मनाने के लिए राज्य पर्यटन विभाग की सभी संपत्तियां और एएसआई की विरासत संपत्तियों, जैसे धार जिले के मांडू में जहाज महल और अन्य संपत्तियां नीली रोशनी से रौशन किया गया।
हर बच्चा सुरक्षित और समर्थित हो और अपने दिन में नीले रंग को शामिल करे

विश्व बाल दिवस के लिए यूनिसेफ का “गो ब्ल्यू” अभियान लोगों को कुछ नीला पहनकर, ऑनलाइन अपनी प्रोफ़ाइल तस्वीर बदलकर, एक ऐसी दुनिया की मांग करने के लिए याचिका पर हस्ताक्षर करके बच्चों के अधिकारों के लिए समर्थन दिखाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जहां हर बच्चा सुरक्षित और समर्थित हो और अपने दिन में नीले रंग को शामिल करे.

बाल दिवस पर भारत में राष्ट्रपति भवन भी नीले रंग की रोशनी से जगमगाता है

उल्लेखनीय है विश्व बाल दिवस पर, दुनिया भर के स्कूल और ऐतिहासिक इमारतें नीले रंग की रोशनी से जगमगाती हैं. यूनिसेफ की वेबसाइट के अनुसार, अतीत में नीले रंग से रोशन की गई कुछ ऐतिहासिक इमारतों में एथेंस (ग्रीस) का एक्रोपोलिस, एम्पायर स्टेट बिल्डिंग (न्यूयॉर्क), अल नूर मस्जिद (न्यूजीलैंड), बेल्जियम में यूरोपीय संसद, चीन में शंघाई टॉवर, इथियोपिया में हाउस ऑफ पीपुल्स रिप्रेजेंटेटिव्स, भारत में राष्ट्रपति भवन, जॉर्डन में पेट्रा और मैक्सिको में फ्रिदा काहलो हाउस शामिल हैं.

Ramesh Kumar Shaky

रमेश कुमार शाक्य एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास 22 वर्षों से अधिक का अनुभव है। अपने करियर के दौरान, उन्होंने कई प्रतिष्ठित समाचार संगठनों के साथ काम किया और पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। वे समाचार का प्रबंधन करने, सामग्री तैयार करने और समय पर सटीक समाचार प्रसारण सुनिश्चित करने में माहिर हैं। वर्तमान घटनाओं की गहरी समझ और संपादकीय कौशल के साथ, उन्होंने समाचार उद्योग में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उन्होंने राजनीति, व्यापार, संस्कृति और अंतर्राष्ट्रीय मामलों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में समाचार कवरेज एवं संपादन किया है।

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