PAHALGAM TERROR ATTACK: पाकिस्तानी उच्चायोग के ‘जश्न’ वाले CAKE को भीड़ ने रोका
PAHALGAM TERROR ATTACK: गुरुवार को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर एक व्यक्ति केक का डिब्बा लेकर बढ़ता नजर आया। उसे भीड़ ने रोका और आक्रोश जताया। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

PAHALGAM TERROR ATTACK: उज्जवल प्रदेश, नई दिल्ली. पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद गुरुवार को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी (Pakistani) उच्चायोग (High Commission) के बाहर नाटकीय दृश्य देखने को मिले। एक व्यक्ति केक का डिब्बा लेकर उच्चायोग की ओर बढ़ता नजर आया, जिससे वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी सतर्क (Stopped) हो गए। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और इसकी नीयत पर तरह-तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि हमले के बाद सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। उच्चायोग के बाहर “पाकिस्तान हाय हाय” के नारे लगाए गए। वहीं, सोशल मीडिया पर उस व्यक्ति की वीडियो जिसने केक (Cake) का डिब्बा लेकर उच्चायोग का रुख किया, वायरल हो गई। भीड़ (Crowd) आक्रोशित हो गई। एक यूज़र ने लिखा, “एक बड़ा केक, मीडिया से चुप्पी और वह समय जब पूरा देश सदमे में है। अगर ये जश्न (Celebration ) नहीं था, तो इतनी गोपनीयता क्यों? शर्मनाक दृश्य।”
एक अन्य यूज़र ने व्यंग्य करते हुए लिखा “मैं दिल्ली में फ्लैट ढूंढ रहा हूं। क्या पाकिस्तान उच्चायोग खरीद या किराए पर मिल सकता है?” कैबिनेट सुरक्षा समिति (CCS) द्वारा लिए गए फैसलों के तहत नई दिल्ली में पाक उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को “अवांछनीय व्यक्ति” घोषित किया गया है और उन्हें एक सप्ताह के भीतर भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है। अटारी एकीकृत जांच चौकी (ICP) को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। केवल उन्हीं लोगों को वापसी की अनुमति है जिन्होंने 1 मई से पहले वैध परमिट के तहत भारत में प्रवेश किया हो।
TRF ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) ने ली है, जिसे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ माना जाता है। इससे यह संकेत मिलता है कि हमला पूरी तरह से नियोजित और पाकिस्तान समर्थित था।
पाकिस्तान के सोशल मीडिया अकाउंट पर कार्रवाई
भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट को भारत में ब्लॉक कर दिया है। यह कदम सोशल मीडिया के जरिए फैलाए जा रहे दुष्प्रचार और आतंकी प्रोपेगेंडा को रोकने के उद्देश्य से उठाया गया है।